सीतापुर: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल से रामपुर के सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को जिला कारागार में लाया गया. इस दौरान आजम खां की सुरक्षा में एसडीएम सिधौली और सीओ फोर्स के साथ मौजूद रहे. लखनऊ से सीतापुर करीब 90 किलोमीटर की दूरी है. आजम खां को एंबुलेंस के द्वारा सीतापुर जिला कारागार में शिफ्ट किया गया.
बता दें कि आजम खां की 30 अप्रैल 2021 को एंटीजन रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद, उनकी RTPCR जांच कराई गई थी. 9 मई 2021 को RTPCR टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनको लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. तबीयत खराब होने के दौरान आजम खां का ऑक्सीजन लेवल भी डाउन था. बीच में कई बार उनकी हालत गंभीर हो गई थी. इसके चलते आजम खां मेदांता अस्पताल में करीब 2 महीने 3 दिन तक भर्ती रहे. मेदांता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने ईटीवी भारत को बताया कि आजम खां अब पूरी तरह स्वस्थ हैं.
वहीं अब सीतापुर जिला कारागार में शिफ्ट किये जाने के बाद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को एक ही बैरक में रखा जाएगा. आजम खां के वकील मोहम्मद आफताब ने बताया कि उनकी तबीयत अभी ठीक नहीं है. जेल में उनको वह सुविधाएं नहीं मिल पाएंगी, जो अस्पताल में मिल रही थी.
रामपुर के सांसद आजम खां फरवरी 2020 से ही सीतापुर जेल में बंद हैं. उन पर रामपुर जिले में अवैध जमीन कब्जा करने और फर्जी प्रमाण पत्र बनाने जैसे कई आरोप हैं. उनकी पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा भी जेल में बंद थीं, लेकिन उन्हें जमानत मिल चुकी है और वो जेल से बाहर हैं.
आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम पर भी फर्जी प्रमाणपत्र से जुड़े कई मामले दर्ज हैं और वे भी पिता संग जेल में ही हैं. एक तरफ आजम पर 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं तो वहीं उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पर भी 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं. दोनों अभी अपनी जमानत का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन किसी भी तरह की राहत मिलती नहीं दिख रही है.
वहीं दूसरी तरफ आजम खां को सीतापुर जेल में शिफ्ट किये जाने को लेकर उनकी पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा ने कहा कि आजम खां की तबीयत अभी ठीक नहीं है. उनको कोरोना के बाद होने वाली कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं. उन्होंने आजम खां को सीतापुर शिफ्ट किए जाने को राजनीतिक साजिश करार दिया.