लखनऊ : मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिल ढींगरा ने बुधवार को मध्यांचल मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान कहा कि मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत आने वाले सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे. इसके अलावा लखनऊ शहर के अंदर जहां भी तारों का मकड़जाल है, उसे समाप्त किया जा रहा है. शहर में अंडरग्राउंड लाइन बिछाई जाएगी. इसके अलावा आर्मर्ड केबल डाली जाएगी. इससे तारों के संजाल को खत्म किया जा सके. इसके अलावा उन्होंने बताया कि भविष्य के लिए बिजली विभाग ने तमाम प्लान तैयार किए हैं जिससे उपभोक्ताओं को बिजली की समस्या से निजात दिलाई जा सके.
प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाएंगे : प्रबंध निदेशक अनिल ढींगरा ने कहा कि हम लोग प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाएंगे. मध्यांचल में लगभग 88 लाख उपभोक्ता हैं. इनमें से कुछ कनेक्शन बंद पड़े हैं. अभी वर्तमान में 79 लाख कनेक्शन हैं जिन्हें हम स्मार्ट मीटर में कन्वर्ट करेंगे. लगभग तीन लाख स्मार्ट मीटर अभी हमारे यहां हैं. आने वाले एक से डेढ़ साल में सभी जगह पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर कनेक्शन ही लगेंगे जिससे बिलिंग को लेकर या कलेक्शन को लेकर जो समस्या आती है, वह खत्म हो जाएगी.
इसके अलावा लगभग डेढ़ सौ सब स्टेशन का भी प्लान तैयार किया गया है. जहां-जहां आवश्यकता है, वहां ग्राउंड रियलिटी चेक कराया है. सर्वे कराया गया है. जहां भी सब स्टेशन बनाने की जरूरत है, उसका भी प्लान कर लिया गया है. लखनऊ के लिए भी अलग से रणनीति बना रहे हैं. सभी जगह पर अंडर ग्राउंड लाइन बनाई जाएगी. इसका सर्वे कर लिया गया है. लखनऊ शहर को स्मार्ट सिटी बनाना है, इसलिए तारों का मकड़जाल हटाया जाएगा. अभी अभियान चलाकर तार हटाए भी जा रहे हैं. इससे तारों का मकड़जाल खत्म हो. आने वाले समय में काफी बदलाव देखने को मिलेगा.
30 मई से शुरू हो जाएगा सब स्टेशन : प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एमडी अनिल ढींगरा ने कहा कि लखनऊ में जहां-जहां भी पिछले काफी समय से सब स्टेशनों के निर्माण का कार्य रुका हुआ है उसे जल्द पूरा कराया जाएगा. दाऊद नगर सब स्टेशन 30 मई से शुरू हो जाएगा. इससे जनता को काफी राहत मिलेगी. इसके अलावा अमीनाबाद में जो उपकेंद्र 2019 से बन रहा है, अब तक नहीं बन पाया है. वह भी अगले छह माह में बनकर तैयार हो जाएगा. यहां से भी बिजली सप्लाई शुरू हो जाएगी. उन्होंने बताया कि 150 जो नए सब स्टेशन बनने हैं. उसे लेकर भी प्लान तैयार कर लिया गया है.
एमडी ने कहा कि जिन-जिन अधिकारियों की शिकायतें मिल रही हैं, उन पर कार्रवाई की जा रही है. चाहे बख्शी का तालाब में स्टोर रीडिंग का मामला हो या फिर वृंदावन उपकेंद्र के अंतर्गत उपभोक्ता से कनेक्शन के नाम पर रुपये की वसूली करने वाले सभी पर एक्शन लिया जाएगा. पूर्व में कई अधिकारियों को सस्पेंड भी किया जा चुका है. उनकी जांच भी चल रही है किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
की जा रही है मॉनिटरिंग : एमडी ने कहा कि 1912 कस्टमर केयर पर जानकारी के लिए उपभोक्ता फोन करते हैं. ऐसे में बिजली संकट की सभी तरह की जानकारी कर्मचारियों के पास होनी चाहिए. इसके लिए निर्देशित किया गया है, लगातार 1912 की मॉनिटरिंग की जा रही है. मौके पर अधिकारी मौजूद रहते हैं. इसके अलावा एमडी ने कहा कि जहां-जहां भी अंडरग्राउंड लाइन है और केबल को कहीं पर भी निकाल कर छोड़ दिया गया है. उसे जल्द दुरुस्त कराया जाएगा. लेसा सिस और ट्रांस गोमती में एक ही ठेकेदार होने के चलते बिजली संकट पैदा होने पर काफी देर में समस्या दूर हो पाती है. इस सवाल पर एमडी ने कहा कि विकल्प तलाशा जाएगा. इससे सही समय पर बिजली संकट दूर किया जा सके.
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