लखनऊः अलीनगर सुनहरा गांव की शुभम सिटी कॉलोनी के हजारों लोग पिछले करीब दो साल से बिना बिजली के रह रहे हैं. कॉलोनी को अवैध निर्माण करार देते हुए सील किया गया था. इसके बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण के पत्र के आधार पर लेसा ने इन मकानों की बिजली काट दी थी. करीब एक हजार परिवार पिछले दो साल से बिना बिजली के ही इस कॉलोनी में रह रहे हैं. इन लोगों ने शुक्रवार को एलडीए (lucknow development authority) वीसी के दफ्तर में पहुंच कर अपनी बात रखी और कहा कि उनको बिजली कनेक्शन दिलवाया जाए.
एलडीए वीसी ने उनको बताया कि इस संबंध में उनकी ओर से एमडी लेसा को पत्र लिख दिया गया है, जिसमें कॉलोनी के लोगों को झुग्गी झोपड़ी की तर्ज पर स्मार्ट प्री पेड मीटर देने के लिए अनुरोध किया गया है. जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा. अलीनगर सुनहरा से अनेक लोग जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, शुक्रवार की दोपहर प्राधिकरण पहुंचे. यहां पहुंचे कॉलोनी के रहने वाले आशीष सिंह ने बताया कि 2019 में उनकी कॉलोनी सील कर दी गई थी.
उन्होंने कहा कि उन्होंने किसान से जमीन खरीदी थी और एलडीए के क्षेत्र में होने की जानकारी उन लोगों को नहीं थी. मगर कॉलोनी सील होने के बाद उनको बिजली भी नहीं मिल रही है. एलडीए की सख्ती की वजह से कॉलोनी सील कर दी गई थी. इसके बाद लेसा ने बिजली कनेक्शन काट दिए थे. तभी से कॉलोनी के लोग प्राधिकरण से लेसा और लेसा से पॉवर कॉरपोरेशन के चक्कर काट रहे हैं, मगर कोई भी राहत नहीं मिल सकी है.
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एलडीए उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि इस कॉलोनी को वैध घोषित नहीं किया जा सकता है. उन्होंने लेसा एमडी को पत्र लिखा है, जिसके आधार पर बहुत जल्द ही इन कॉलोनी वासियों को झुग्गी झोपड़ी की तर्ज पर स्मार्ट मीटर दिए जा सकते हैं.