लखनऊ: शिया वक़्फ़ बोर्ड के सदस्य सय्यद फैजी पर भ्रष्टाचार के कई गम्भीर आरोप लगे थे. इससे पहले धर्म परिवर्तन की वजह से वसीम रिज़वी की सदस्यता रद्द कर दी गई थी. शिया वक़्फ़ बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए बुधवार को सय्यद फैजी की सदस्यता रद्द कर दी.
शासन से जारी हुई अधिसूचना के मुताबिक सय्यद फैजी को अक्टूबर 2021 में मुतवल्ली कोटे से उत्तरप्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया था. अब धारा 20 के खण्ड (क) के तहत उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया गया. सय्यद फैजी ने कहा कि उन पर भ्रष्टाचार का गलत आरोप लगाकर मुतवल्ली पद से हटाया गया था. इसको लेकर वह वक्फ ट्रिब्यूनल में केस लड़ रहे है.
चूंकि वो मुतवल्ली ही नहीं रहे थे, इसलिए मुतवल्ली कोटे से उनकी सदस्यता भी रद्द कर दी गई है. उन्होंने कहा कि जिन आरोप के तहत उनको चार महीने पहले मुतवल्ली पद से हटाया गया था, उसका फैसला जल्द आने वाला है. केस जीतने के बाद वह बहाल हो जाएंगे.
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इसके पहले जितेंद्र सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी ने अपने साथ फैजी को चुनाव लड़वाया था. तब ये दोनों ही मुतवल्ली कोटे से सदस्य बने थे. लेकिन बाद में वजीम रिजवी ने धर्म परिवर्तन करते हुए हिंदू धर्म अपना लिया और शिया वक़्फ़ बोर्ड ने उनकी सदस्यता ही खत्म कर दी. इसी कड़ी में अब सय्यद फ़ैज़ी के खिलाफ कार्रवाई की गयी है.
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