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लखनऊ: जागरुकता बढ़ने से ही खत्म होगा मलेरिया, स्वस्थ होगा समाज

गुरुवार को विश्व मलेरिया दिवस पर लोगों में जागरुकता फैलाने और अधिक जानकारी देने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में उत्तर प्रदेश संचारी रोग विभाग की निदेशक डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी मुख्य अतिथि की भूमिका में उपस्थित रहीं.

लखनऊ में विश्व मलेरिया दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
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Published : Apr 25, 2019, 10:43 PM IST

लखनऊ: राजधानी के प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के संचारी रोग अधिकारी और पैरामेडिकल स्टॉफ को मलेरिया रोग के प्रति जागरुक करने के लिए गुरुवार को विश्व मलेरिया दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र अग्रवाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी समेत कई अन्य लोग भी मौजूद रहे.

लखनऊ में विश्व मलेरिया दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.

संगोष्ठी के बारे में संचारी रोग विभाग के निदेशक डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि मलेरिया के रोग को खत्म करने और लोगों को स्वस्थ रखने के लिए कई ऐसी योजनाएं प्रदेश भर में लागू की हुई हैं. उन्होंने कहा कि मलेरिया के मरीज पिछले वर्षों में कम हुए हैं. हालांकि तराई बेल्ट में भले ही पिछले वर्ष मरीजों की संख्या बढ़ी हो लेकिन उनको काफी हद तक काबू में किया गया है. इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी मलेरिया ग्रसित मरीजों या बुखार से आने वाले मरीजों को भी जांच करवाने और लैब टेक्निशियन और लैब असिस्टेंट को ट्रेनिंग दी गई है.

मलेरिया को रोकने के लिए हमने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जागरुकता और ट्रेनिंग के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा आस-पास के लोगों में मलेरिया के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हमने एक रैली भी निकलवाई जिसका उद्देश्य मलेरिया को खत्म करने के प्रति जागरुकता फैलाना था.

-डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी, निदेशक, स्वास्थ्य भवन

लखनऊ: राजधानी के प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के संचारी रोग अधिकारी और पैरामेडिकल स्टॉफ को मलेरिया रोग के प्रति जागरुक करने के लिए गुरुवार को विश्व मलेरिया दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र अग्रवाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी समेत कई अन्य लोग भी मौजूद रहे.

लखनऊ में विश्व मलेरिया दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.

संगोष्ठी के बारे में संचारी रोग विभाग के निदेशक डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि मलेरिया के रोग को खत्म करने और लोगों को स्वस्थ रखने के लिए कई ऐसी योजनाएं प्रदेश भर में लागू की हुई हैं. उन्होंने कहा कि मलेरिया के मरीज पिछले वर्षों में कम हुए हैं. हालांकि तराई बेल्ट में भले ही पिछले वर्ष मरीजों की संख्या बढ़ी हो लेकिन उनको काफी हद तक काबू में किया गया है. इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी मलेरिया ग्रसित मरीजों या बुखार से आने वाले मरीजों को भी जांच करवाने और लैब टेक्निशियन और लैब असिस्टेंट को ट्रेनिंग दी गई है.

मलेरिया को रोकने के लिए हमने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जागरुकता और ट्रेनिंग के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा आस-पास के लोगों में मलेरिया के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हमने एक रैली भी निकलवाई जिसका उद्देश्य मलेरिया को खत्म करने के प्रति जागरुकता फैलाना था.

-डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी, निदेशक, स्वास्थ्य भवन

Intro:लखनऊ। विश्व मलेरिया दिवस पर लोगों में जागरूकता फैलाने और लखनऊ के प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के संचारी रोग अधिकारी और पैरामेडिकल स्टाफ को मलेरिया रोग के प्रति और अधिक जानकारी देने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में उत्तर प्रदेश संचारी रोग विभाग के निदेशक डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी मुख्य अतिथि की भूमिका में उपस्थित रहे। वहीं लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र अग्रवाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के पी त्रिपाठी समेत कई अन्य लोग भी मौजूद रहे।


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संगोष्ठी के बारे में संचारी रोग विभाग के निदेशक डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि मलेरिया के रोग को खत्म करने और लोगों को स्वस्थ रखने के लिए हमने कई ऐसी योजनाएं प्रदेशभर में लागू की हुई है और इनका असर भी देखने को मिल रहा है। लोगों में जागरूकता बढ़ी है। इसकी वजह से ही मलेरिया के मरीज पिछले वर्षों में कम हुए हैं। हालांकि तराई बेल्ट में भले ही पिछले वर्ष मरीजों की संख्या बढ़ी हो लेकिन उनको हमने काफी हद तक काबू में किया है। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी मलेरिया ग्रसित मरीजों या बुखार से आने वाले मरीजों को भी जांच करवाने और लैब टेक्नीशियन और लैब असिस्टेंट को ट्रेनिंग दी गई है ताकि संचारी रोग को ना केवल कम बल्कि खत्म किया जा सके।

लखनऊ के संचारी रोग विभाग के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के पी त्रिपाठी ने बताया कि मलेरिया को रोकने के लिए हमने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जागरूकता और ट्रेनिंग के निर्देश दिए हैं और ट्रेनिंग पूरी भी करवाई है। इसके अलावा आस पास के लोगों में मलेरिया के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हमने एक रैली भी निकलवाई जिसका उद्देश्य मलेरिया को खत्म करने के प्रति जागरूकता फैलाना था।


Conclusion:बाइट- डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी, निदेशक, उत्तर प्रदेश संचारी रोग विभाग, स्वास्थ्य भवन
रामांशी मिश्रा
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