लखनऊ : ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार अप्रशिक्षित डाॅक्टरों के इलाज से मौतें हो रही हैं. ऐसा ही एक मामला रहीमाबाद थाना क्षेत्र में सामने आया है. मंगलवार को एक निजी हॉस्पिटल में इंजेक्शन लगाने के बाद गर्भवती महिला की मौत (death of pregnant woman) हो गयी. महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसकी जानकारी पुलिस को हुई. मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ितों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया और महिला का शव कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक पर मुक़दमा दर्ज कर लिया है.
परिजनों ने बताया कि मनकौटी गांव निवासी संतोष की पत्नी केशाना गर्भवती थी. उसका यह छटा बच्चा था. मंगलवार की सुबह अचानक से उसकी कुछ तबीयत बिगड़ी तो परिजन लखनऊ-हरदोई हाइवे पर स्थित भतोईया गांव में अरीबा हॉस्पिटल पर दवा लेने आयी थी. पति का आरोप है कि हॉस्पिटल पहुंचते ही स्टाफ ने उसे एक इंजेक्शन लगा दिया, इंजेक्शन लगने के बाद से उसकी हालत और खराब होने लगी और शरीर पूरा ठंडा हो गया. जिसके बाद हॉस्पिटल के स्टाफ ने उन्हें बाहर भगा दिया और फिर बोले मेरे बस की बात नहीं है. इसे कहीं और ले जाओ इस बीच उसकी मौत हो गयी. पति का आरोप है कि अस्पताल में कोई प्रशिक्षति डाॅक्टर नहीं था. हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही से ही महिला की मौत हुई है.
गर्भवती महिला की मौत की जानकारी मिलते ही जांच करने पहुंचे रहीमाबाद पीएचसी प्रभारी डॉ. दानिश ने बताया कि हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन रिनीवल नहीं है. प्रकरण की जांच रिपोर्ट सीएमओ को उपलब्ध करा दी गयी है. हॉस्पिटल पर भीड़भाड़ ज्यादा थी, इसलिए आज कारण बताओ नोटिस चस्पा नहीं किया जा सका है. बुधवार को नोटिस चस्पा करा दी जाएगी.
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हॉस्पिटल संचालक के ऊपर मुकदमा दर्ज : थानाध्यक्ष रहीमाबाद कुलदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष की तहरीर पर अस्पताल संचालक डॉ. मोहम्मद अख्तर के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामले की जांच कर रिपोर्ट सीएमओ को भेज दी गई है. हॉस्पिटल रजिस्टर है या नहीं इसकी जानकारी वही देंगे.
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