लखनऊ : केजीएमयू की आंतरिक परीक्षा में नकल नहीं थम रही. अब परीक्षा में पीजी की छात्रा नकल करते पकड़ी गई. केजीएमयू में एमडी पैथालॉजी की छात्रा को मुख्य लिखित परीक्षा में नकल सामग्री संग पकड़ा गया है. इससे केजीएमयू में हलचल मच गई है. आनन-फानन केजीएमयू प्रशासन ने मामले की पड़ताल के लिए 10 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है.
10 सदस्यीय कमेटी गठित : छात्रा की उत्तर पुस्तिका से नकल सामग्री के मिलान के लिए 10 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है. इसमें मेडिकल डीन डॉ. उमा सिंह, डेंटल डीन डॉ. आरके सिंह, डॉ. अपजित कौर, डॉ. विनोद जैन, डॉ. आरएन श्रीवास्तव, चीफ प्रॉक्टर डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव, कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी, डॉ. वाहिद अली, डॉ. ऋचा खन्ना व डॉ. मौसमी सिंह को शामिल किया गया है.
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पहले पकड़े जा चुके हैं 21 स्टूडेंट : केजीएमयू में पहले मेडिसिन एसेसमेंट टेस्ट के दौरान 21 स्टूडेंट्स को अपने सीनियर की परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था. इस मामले के बाद केजीएमयू प्रशासन भी सकते में आ गया था. डीन एकेडमिक्स प्रो. उमा सिंह ने परीक्षा देने वाले वाले 21 स्टूडेंट के साथ ही उन 21 को भी निलंबित कर दिया गया है जिनके स्थान पर वह परीक्षा दे रहे थे. आठ सप्ताह तक ये क्लास और हॉस्टल दोनों से निलंबित किए गए हैं. वहीं अन्य विषयों में भी गड़बड़ी की आशंका थी. ऐसे में अन्य विषयों की कॉपी भी जांच चल रही है.
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