लखनऊ: उत्तरप्रदेश में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का जल्द गठन होना है. दिल्ली से लेकर लखनऊ तक नवनिर्वाचित विधायक परिक्रमा कर रहे हैं. जल्द ही नए कैबिनेट का गठन भी होना है. इसी बीच अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय को लेकर भी बड़ी मांग सामने आई है. पसमांदा मुस्लिम महाज ने अपने समाज के किसी चेहरे को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय सौंपने की मांग की है.
लखनऊ में सोमवार की शाम को मीडिया से बातचीत करते हुए ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रधान महासचिव वकार अहमद हवारी ने महाज की ओर से भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को जीत की बधाई दी. साथ ही कहा कि बीजेपी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, के नारे को ध्यान में रखते हुए 85 प्रतिशत भारतीय मूल के पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों को पार्टी तथा संगठन में शामिल किया जाए.
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उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के गठन के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के सामने मांग रखने की बात कहते हुए कहा कि मुसलमान के नाम पर आजादी के बाद से आजतक अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अशराफ मुसलमान ही बनाया गया है. लेकिन भारतीय मूल के पसमांदा मुस्लिम समाज को हर पार्टी ने नजर अंदाज किया है.
पसमांदा मुस्लिम महाज के जिम्मेदार वकार अहमद ने कहा कि शिया समुदाय जिसकी आबादी न के बराबर है. वह लखनऊ, प्रयागराज, जौनपुर और अमरोहा में शिया समुदाय की आबादी, मुस्लिम आबादी की 3 फिसदी है. बाकी उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले में 1000 से ज्यादा आबादी नहीं है. उन्होंने कहा कि मजे की बात है लखनऊ कि दो शिया बाहुल्य क्षेत्र में समाजवादी पार्टी जीती है तथा जौनपुर और अमरोहा की शिया बहुल क्षेत्रों से भी समाजवादी पार्टी ही चुनाव जीती है. इसके बावजूद सरकारों ने शिया समुदाय को कई बार अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय दिया.
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