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यूपी में बंधुआ मजदूरों की ट्रैकिंग के लिए ऑनलाइन सिस्टम की शुरूआत, जानिए कैसे मिलेगा फायदा?

श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने मंगलवार को पोर्टल का शुभारम्भ किया. इस पोर्टल के माध्यम से बंधुआ श्रम को समाप्त करने में काफी सहायता मिलेगी. अधिकारियों की एक वर्चुअल बैठक के माध्यम से इसकी शुरुआत की गई.

पोर्टल का शुभारम्भ
पोर्टल का शुभारम्भ
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Published : Jun 28, 2022, 7:39 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बंधुआ मजदूरों की ट्रेकिंग के लिए ऑनलाइन सिस्टम की शुरूआत की गई है. श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने मंगलवार को पोर्टल का शुभारम्भ किया. इस मौके पर मंत्री ने कहा कि यूपी देश का प्रथम ऐसा प्रदेश है, जिसने इस स्तर का ट्रैकिंग सिस्टम तैयार किया है. इसके द्वारा श्रमिकों की ट्रैकिंग उनको दिये जाने वाली तात्कालिक सहायता, पुनर्वासन एवं कानूनी कार्यवाही का भी अनुश्रवण किया जा सकेगा. अधिकारियों की एक वर्चुअल बैठक के माध्यम से इसकी शुरुआत की गई.


देश के लिए एक उदाहरण : मंत्री राजभर ने कहा कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश एक मॉडल के रूप में कार्य कर रहा है. यह पोर्टल सरकार के गठन के उपरान्त 100 दिवसीय प्राथमिकता कार्ययोजना में सम्मिलित है. उम्मीद है कि भविष्य में इस पोर्टल के माध्यम से बंधुआ श्रम को समाप्त करने में काफी सहायता मिलेगी. यह देश के लिए एक उदाहरण होगा. जिससे अब दूसरे प्रदेश से अवमुक्त कराये गये उत्तर प्रदेश के बंधुआ श्रमिकों को भी ट्रैक किया जा सकेगा.
ये भी पढ़ें : यूपी में सेंट्रलाइज होगी इमरजेंसी सेवा, फोन पर एलॉट होंगे बेड
यह भी हुए शामिल : कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव, श्रम एवं सेवायोजन ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर भविष्य में बहुत ही प्रभावी सिद्ध होगा. कार्यक्रम में श्रम आयुक्त शकुन्तला गौतम ने कहा कि मंत्री का समय-समय पर हमें मार्गदर्शन प्राप्त होता है. जिससे कि हम सबको कार्य करने में ऊर्जा प्राप्त होती है. कार्यक्रम का संचालन राज्य समन्वयक श्रम विभाग सैयद रिजवान अली ने किया. मंत्री, अपर मुख्य सचिव के साथ प्रदेश के सभी 75 जिलों में तैनात श्रम विभाग के क्षेत्रीय अपर, उप, सहायक श्रमायुक्तों ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में प्रतिभाग किया.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बंधुआ मजदूरों की ट्रेकिंग के लिए ऑनलाइन सिस्टम की शुरूआत की गई है. श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने मंगलवार को पोर्टल का शुभारम्भ किया. इस मौके पर मंत्री ने कहा कि यूपी देश का प्रथम ऐसा प्रदेश है, जिसने इस स्तर का ट्रैकिंग सिस्टम तैयार किया है. इसके द्वारा श्रमिकों की ट्रैकिंग उनको दिये जाने वाली तात्कालिक सहायता, पुनर्वासन एवं कानूनी कार्यवाही का भी अनुश्रवण किया जा सकेगा. अधिकारियों की एक वर्चुअल बैठक के माध्यम से इसकी शुरुआत की गई.


देश के लिए एक उदाहरण : मंत्री राजभर ने कहा कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश एक मॉडल के रूप में कार्य कर रहा है. यह पोर्टल सरकार के गठन के उपरान्त 100 दिवसीय प्राथमिकता कार्ययोजना में सम्मिलित है. उम्मीद है कि भविष्य में इस पोर्टल के माध्यम से बंधुआ श्रम को समाप्त करने में काफी सहायता मिलेगी. यह देश के लिए एक उदाहरण होगा. जिससे अब दूसरे प्रदेश से अवमुक्त कराये गये उत्तर प्रदेश के बंधुआ श्रमिकों को भी ट्रैक किया जा सकेगा.
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यह भी हुए शामिल : कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव, श्रम एवं सेवायोजन ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर भविष्य में बहुत ही प्रभावी सिद्ध होगा. कार्यक्रम में श्रम आयुक्त शकुन्तला गौतम ने कहा कि मंत्री का समय-समय पर हमें मार्गदर्शन प्राप्त होता है. जिससे कि हम सबको कार्य करने में ऊर्जा प्राप्त होती है. कार्यक्रम का संचालन राज्य समन्वयक श्रम विभाग सैयद रिजवान अली ने किया. मंत्री, अपर मुख्य सचिव के साथ प्रदेश के सभी 75 जिलों में तैनात श्रम विभाग के क्षेत्रीय अपर, उप, सहायक श्रमायुक्तों ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में प्रतिभाग किया.

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