लखनऊ: कांग्रेस की लड़की हूं लड़ सकती हूं मैराथन दौड़ के लिए पुलिस और प्रशासन से अनुमति न मिलने पर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने नाराजगी जाहिर की. लखनऊ में सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि 7 किलोमीटर दूर इकाना स्टेडियम में लाखों लोग जुटाकर योगी जी कार्यक्रम करा सकते हैं, लेकिन लड़की हूं लड़ सकती हूं मैराथन के लिए कोविड प्रोटोकॉल याद आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार लड़कियों के कांग्रेस के प्रति झुकाव को देखकर घबरा गई है और इसीलिए हमारी मैराथन दौड़ को तीन बहाने बनाकर स्थगित कर दिया गया. यह मैराथन दौड़ लखनऊ के 1090 चौराहे से 26 दिसंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होनी थी. इसकी अनुमति सरकार ने नहीं दी. इस मैराथन दौड़ को हरी झंडी फिल्म अभिनेत्री मंदिरा बेदी और कांग्रेस के पूर्व सांसद राजीव शुक्ला को दिखानी थी. पहले कहा जा रहा था कि मैराथन अब 28 दिसंबर को होगी, लेकिन फिलहाल अगली तारीख तय नहीं हुई है.
जिला प्रशासन और पुलिस ने कांग्रेस के मैराथन कार्यक्रम के लिए आवेदन को तीन कारणों से खारिज कर दिया. पहली बात है कि शहर में धारा 144 लागू है. दूसरी बात ये है कि कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हो सकता है. तीसरा 1090 चौराहे पर एक अन्य कार्यक्रम प्रस्तावित है, जो कि पहले से ही स्वीकृत हो चुका है. इसलिए मैराथन दौड़ की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
सुप्रिया श्रीनेत कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर हुई प्रेस वार्ता में कहा कि प्रदेश सरकार दम्भ और अहंकार से भरी सरकार है, जो नहीं चाहती है कि लड़कियां आगे बढ़ें. सात किलो मीटर की दूरी पर इकाना स्टेडियम में कार्यक्रम हो सकता है, मगर कांग्रेस का नहीं हो सकता है. हमको अनुमति इसलिए नहीं मिली, क्योंकि लड़कियां हमारे साथ हैं और सरकार इससे घबरा गई है.
सुप्रिया श्रीनेत ने बताया कि पुलिस ने कहा है कि उच्च अधिकारी इस पर निर्णय लेंगे. भाजपा ही चुनाव सम्बंधित सभाएं ही करेगी. क्या धारा 144 केवल विपक्ष के लिए है. इस देश की लड़की सबके खिलाफ लड़ रही है. हाईकोर्ट के चुनाव टालने की सलाह के बारे में पूछने पर सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि ये फैसला चुनाव आयोग जैसी एजेंसी पर ही छोड़ देना चाहिए. वहां जो भी तय होगा, आम सहमति से तय होगा.
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