लखनऊ: नवगठित यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की बैठक मंगलवार को लखनऊ में होगी. नवनिर्वाचित अध्यक्ष अली जैदी की अध्यक्षता में सभी सदस्यों के साथ बैठक बोर्ड के कार्यालय में होनी है. इस बैठक में बोर्ड के गठन के बाद से अब तक हुए कामकाज पर चर्चा होगी. इस बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी हो सकते हैं.
शिया से हिन्दू बन चुके वसीम रिजवी वक्फ एक्ट 1995 के अनुसार अब यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य नहीं रह सकते हैं. ऐसे में वक्फ बोर्ड के सदस्य मंगलवार को होने वाली बैठक में प्रस्ताव लाकर वसीम रिजवी की सदस्यता और उनको मुतवल्ली पद से भी हटाने का प्रस्ताव ला सकते हैं. इस वजह से मंगलवार को होने वाली यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की बैठक बेहद अहम मानी जा रही है.
योगी सरकार में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की चेयरमैन की कुर्सी से वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी बेदखल किए जा चुके हैं. उनको बोर्ड के सदस्य और मुतवल्ली पद से हटाया जाना लगभग तय माना जा रहा है. शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अली जैदी (Ali Zaidi) ने ईटीवी भारत से बात की और उन्होंने कहा कि कई जगहों से मुतवल्लियों की शिकायतें भी मिली हैं. इन सभी पर इस पहली बैठक में फैसला होना है.
अली जैदी ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष पर कई मामलों में CBI जांच चल रही है. बोर्ड से जो दस्तावेज CBI को चाहिए थे, वो CBI के अधिकारियों को सौंप दिए गए हैं. अली जैदी ने कहा कि लोगों के बयान भी CBI ने दर्ज कर लिए हैं. हम आगे भी जांच में अधिकारियों को सहयोग देंगे.
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ऐसा कहा जा रहा है कि वसीम रिजवी खेमे के कई मुतवल्लियों पर भी मंगलवार को गाज गिर सकती है. शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी के खिलाफ बीजेपी सरकार ने CBI जांच की सिफारिश की थी. वसीम रिजवी पर पिछले कुछ समय से CBI का शिकंजा कसता जा रहा है.
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