लखनऊः केजीएमयू के दंत संकाय विभाग के ठीक पीछे बने प्राचीन वाल्मीकि मंदिर में स्थापित मूर्ति को कुछ शरारती तत्वों ने मंगलवार रात जमींदोज कर दिया. सुबह जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे वाल्मीकि समाज के लोगों ने हंगामा किया. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू करवा दिया है.
वाल्मीकि मूर्ति तोड़ने की विश्वविद्यालय को नहीं थी सूचना
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि करीब एक सप्ताह पहले दंत संकाय के पीछे की जमीन को समतल कराया गया था. यहां पार्किंग स्टैंड बनाने की तैयारी की जा रही थी. इसी बीच ठेकेदार ने बिना किसी सूचना के मंदिर तोड़ डाला. केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर ने मंदिर को गिराए जाने की किसी पूर्व सूचना से इनकार करते हुए चौक पुलिस को मामले की जांच करने और प्रकरण में संलिप्त लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी है.
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वाल्मीकि प्रकाट्य दिवस की चल रही थी तैयारी
अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के लोगों ने बताया कि 17 अक्टूबर से प्रकाट्य दिवस की तैयारी जोर-शोर से चल रही थी. इसी बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने रातों-रात मंदिर जमींदोज कराकर धार्मिक पुस्तकें और पूजन सामग्री समेत सभी कुछ यहां से गायब करा दिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है. मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. वहीं मामले को शांत कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू करा दिया है.