ETV Bharat / city

लखनऊः शरारती तत्वों ने केजीएमयू में वाल्मीकि मूर्ति को तोड़ा, हुआ बवाल - केजीएमयू के दंत संकाय

लखनऊ के केजीएमयू में बने वाल्मीकि मंदिर को कुछ शरारती तत्वों ने तोड़ दिया, जिससे केजीएमयू में महौल खराब हो गया. हालांकि मौके पर पुलिस ने पहुंचकर मामले को शांत कराया और विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू करवा दिया है.

valmiki mandir in kgmu
author img

By

Published : Sep 19, 2019, 1:37 PM IST

लखनऊः केजीएमयू के दंत संकाय विभाग के ठीक पीछे बने प्राचीन वाल्मीकि मंदिर में स्थापित मूर्ति को कुछ शरारती तत्वों ने मंगलवार रात जमींदोज कर दिया. सुबह जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे वाल्मीकि समाज के लोगों ने हंगामा किया. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू करवा दिया है.

शरारती तत्वों ने केजीएमयू में वाल्मीकि मूर्ति को तोड़ा.

वाल्मीकि मूर्ति तोड़ने की विश्वविद्यालय को नहीं थी सूचना
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि करीब एक सप्ताह पहले दंत संकाय के पीछे की जमीन को समतल कराया गया था. यहां पार्किंग स्टैंड बनाने की तैयारी की जा रही थी. इसी बीच ठेकेदार ने बिना किसी सूचना के मंदिर तोड़ डाला. केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर ने मंदिर को गिराए जाने की किसी पूर्व सूचना से इनकार करते हुए चौक पुलिस को मामले की जांच करने और प्रकरण में संलिप्त लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी है.

इसे भी पढ़ेंः- लखनऊ: ट्रैक पर दौड़ने को बेताब तेजस, कल से शुरू होगी ऑनलाइन बुकिंग

वाल्मीकि प्रकाट्य दिवस की चल रही थी तैयारी
अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के लोगों ने बताया कि 17 अक्टूबर से प्रकाट्य दिवस की तैयारी जोर-शोर से चल रही थी. इसी बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने रातों-रात मंदिर जमींदोज कराकर धार्मिक पुस्तकें और पूजन सामग्री समेत सभी कुछ यहां से गायब करा दिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है. मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. वहीं मामले को शांत कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू करा दिया है.

लखनऊः केजीएमयू के दंत संकाय विभाग के ठीक पीछे बने प्राचीन वाल्मीकि मंदिर में स्थापित मूर्ति को कुछ शरारती तत्वों ने मंगलवार रात जमींदोज कर दिया. सुबह जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे वाल्मीकि समाज के लोगों ने हंगामा किया. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू करवा दिया है.

शरारती तत्वों ने केजीएमयू में वाल्मीकि मूर्ति को तोड़ा.

वाल्मीकि मूर्ति तोड़ने की विश्वविद्यालय को नहीं थी सूचना
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि करीब एक सप्ताह पहले दंत संकाय के पीछे की जमीन को समतल कराया गया था. यहां पार्किंग स्टैंड बनाने की तैयारी की जा रही थी. इसी बीच ठेकेदार ने बिना किसी सूचना के मंदिर तोड़ डाला. केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर ने मंदिर को गिराए जाने की किसी पूर्व सूचना से इनकार करते हुए चौक पुलिस को मामले की जांच करने और प्रकरण में संलिप्त लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी है.

इसे भी पढ़ेंः- लखनऊ: ट्रैक पर दौड़ने को बेताब तेजस, कल से शुरू होगी ऑनलाइन बुकिंग

वाल्मीकि प्रकाट्य दिवस की चल रही थी तैयारी
अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के लोगों ने बताया कि 17 अक्टूबर से प्रकाट्य दिवस की तैयारी जोर-शोर से चल रही थी. इसी बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने रातों-रात मंदिर जमींदोज कराकर धार्मिक पुस्तकें और पूजन सामग्री समेत सभी कुछ यहां से गायब करा दिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है. मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. वहीं मामले को शांत कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू करा दिया है.

Intro:लखनऊ के केजीएमयू में दंत संकाय विभाग के ठीक पीछे बने वाल्मीकि मंदिर में कुछ शरारती तत्वों द्वारा बनी प्राचीन वाल्मीकि की मूर्ति को जमींदोज कर दिया गया। इसके बाद मौके पर काफी तनावपूर्ण माहौल हो गया। हालांकि बाद में मौके पर पुलिस ने पहुंचकर मामले को शांत कराया।




Body:राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के जनसंख्या के पीछे स्थित भगवान वाल्मीकि के प्राचीन मंदिर को मंगलवार रात जमींदोज कर दिया गया था ल।सुबह जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे वाल्मीकि समाज के सैकड़ों लोगों ने हंगामा किया। विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई। मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।वहीं मामले को शांत कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू करा दिया है केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर ने भी मंदिर को गिराए जाने की किसी पूर्व सूचना से इनकार करते हुए। चौक पुलिस को मामले की जांच करने व प्रकरण में संलिप्त लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी है।विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि करीब 1 सप्ताह पहले दंत संकाय के पीछे की जमीन को समतल कराया गया था।यहां पार्किंग स्टैंड बनाने की तैयारी की जा रही थी। इसी बीच ठेकेदार ने बिना किसी सूचना के मंदिर तोड़ डाला।इससे पूर्व अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के लोगों ने बताया कि 17 अक्टूबर को प्रकाट्य दिवस की तैयारी और लोग की जोर-शोर से चल रही थी।इसी बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने रातों-रात मंदिर जमींदोज कराकर धार्मिक पुस्तकें व पूजन सामग्री समेत सभी कुछ यहां से गायब करा दिया है। हालांकि इस आरोपों के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से भी पुलिस को पूरे मामले की जानकारी देते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए सूचना दी गई है।




Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
7054605976
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.