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एमएलसी बनने के लिए भाजपा-सपा के कई नेता दावेदारी में जुटे, जानिये किसको मिलेंगी कितनी सीटें

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी 13 सीटों में से 9 सीटों पर आसानी से जीत दर्ज कर सकेंगी. सरकार में शामिल पांच मंत्रियों को रिक्त हो रहीं सीटों पर भेजा जाएगा. वहीं सपा पार्टी के भी कुछ नेता अखिलेश यादव को खुश करने में जुटे हुए हैं.

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Published : Jun 6, 2022, 5:45 PM IST

लखनऊः विधान परिषद की रिक्त हो रही 13 सीटों पर काबिज होने को लेकर भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच दावेदारी तेज हो गई है. 13 सीटों में से 9 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी आसानी से जीत दर्ज कर सकेंगी. वहीं 4 सीटों पर समाजवादी पार्टी अपने नेताओं को विधान परिषद भेजने में कामयाब होगी.

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार में शामिल पांच मंत्रियों को इन रिक्त हो रही सीटों पर भेजा जाएगा. वहीं 4 सीटों पर तमाम नेताओं की तरफ से दावेदारी पेश की जा रही है. समाजवादी पार्टी की तरफ से भी कई नेता दावेदारी कर रहे हैं और अखिलेश यादव को खुश करने में जुटे हुए हैं.

हरीशचंद्र श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा

जानकारी के अनुसार, विधान परिषद के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. दो जून से 9 जून तक नामांकन किया जाना है, जबकि 20 जून को चुनाव निर्धारित है. ऐसे में भाजपा व समाजवादी पार्टी में प्रत्याशी चयन की सूची को अंतिम रूप दिए जाने का काम किया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी में जिन नेताओं को विधान परिषद भेजना है और सरकार में मंत्री हैं, उनमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, भूपेंद्र चौधरी, जेपीएस राठौर, दानिश आजाद अंसारी, नरेंद्र कश्यप, दयाशंकर मिश्र दयालु व जसवंत सैनी शामिल हैं.

इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी में जिन नेताओं की दावेदारी बताई जा रही है, उनमें मुख्य रूप से पूर्व मंत्री सुरेश राणा, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह, प्रकाश पाल, प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य, प्रदेश मंत्री डॉ चंद्रमोहन, प्रदेश प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव के नाम एमएलसी बनने में शामिल हैं. इसके अलावा कानपुर क्षेत्र के बीजेपी के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी, गोरखपुर क्षेत्र धर्मेंद्र सिंह के नाम भी चर्चा में हैं.


इसके अलावा पार्टी किसी एक दलित महिला को भी विधान परिषद का उम्मीदवार बना सकती है. काशी के रहने वाले और समाजवादी पार्टी से विधान परिषद सदस्य रहे शतरुद्र प्रकाश का भी नाम प्रमुखता से चर्चा में है. विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अपने साथ जोड़ने का काम किया था. भारतीय जनता पार्टी शतरुद्र प्रकाश को भी विधान परिषद भेज सकती है.

वहीं समाजवादी पार्टी की बात करें तो सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को विधान परिषद भेजे जाने का आश्वासन दिया है. पूर्व मंत्री वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी का नाम भी चर्चा में है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री रहे और विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम प्रमुख रूप से है. सूत्र कहते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य को अखिलेश यादव ने विधान परिषद भेजने का इशारा कर दिया है. इसके अलावा कांग्रेस छोड़कर सपा में आए पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मुस्लिम चेहरा इमरान मसूद का नाम भी चर्चा में है.

अरविंद सिंह गोप को लेकर भी पार्टी के नेताओं का कहना है कि अखिलेश यादव उन्हें भी विधान परिषद भेज सकते हैं. इसके अलावा सोबरन सिंह यादव, जूही सिंह का भी नाम चर्चा में बताया जा रहा है. अखिलेश यादव के करीबी युवा नेताओं में से भी किसी एक को विधान परिषद भेजा जा सकता है.

ये भी पढ़ें : रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव नहीं लड़ेगी कांग्रेस, 2024 की तैयारी में जुटी पार्टी

प्रदेश प्रवक्ता भाजपा हरीशचंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि विधान परिषद चुनाव के प्रत्याशियों का चयन केंद्रीय संसदीय दल और पार्टी नेतृत्व जल्द करेगा. परिषद में विधानसभा सदस्यों की संख्या के आधार पर प्रत्याशी उतारे जाते हैं और भाजपा एमएलसी चुनाव के लिए जल्द ही प्रत्याशी घोषित करेंगी.

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लखनऊः विधान परिषद की रिक्त हो रही 13 सीटों पर काबिज होने को लेकर भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच दावेदारी तेज हो गई है. 13 सीटों में से 9 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी आसानी से जीत दर्ज कर सकेंगी. वहीं 4 सीटों पर समाजवादी पार्टी अपने नेताओं को विधान परिषद भेजने में कामयाब होगी.

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार में शामिल पांच मंत्रियों को इन रिक्त हो रही सीटों पर भेजा जाएगा. वहीं 4 सीटों पर तमाम नेताओं की तरफ से दावेदारी पेश की जा रही है. समाजवादी पार्टी की तरफ से भी कई नेता दावेदारी कर रहे हैं और अखिलेश यादव को खुश करने में जुटे हुए हैं.

हरीशचंद्र श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा

जानकारी के अनुसार, विधान परिषद के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. दो जून से 9 जून तक नामांकन किया जाना है, जबकि 20 जून को चुनाव निर्धारित है. ऐसे में भाजपा व समाजवादी पार्टी में प्रत्याशी चयन की सूची को अंतिम रूप दिए जाने का काम किया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी में जिन नेताओं को विधान परिषद भेजना है और सरकार में मंत्री हैं, उनमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, भूपेंद्र चौधरी, जेपीएस राठौर, दानिश आजाद अंसारी, नरेंद्र कश्यप, दयाशंकर मिश्र दयालु व जसवंत सैनी शामिल हैं.

इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी में जिन नेताओं की दावेदारी बताई जा रही है, उनमें मुख्य रूप से पूर्व मंत्री सुरेश राणा, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह, प्रकाश पाल, प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य, प्रदेश मंत्री डॉ चंद्रमोहन, प्रदेश प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव के नाम एमएलसी बनने में शामिल हैं. इसके अलावा कानपुर क्षेत्र के बीजेपी के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी, गोरखपुर क्षेत्र धर्मेंद्र सिंह के नाम भी चर्चा में हैं.


इसके अलावा पार्टी किसी एक दलित महिला को भी विधान परिषद का उम्मीदवार बना सकती है. काशी के रहने वाले और समाजवादी पार्टी से विधान परिषद सदस्य रहे शतरुद्र प्रकाश का भी नाम प्रमुखता से चर्चा में है. विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अपने साथ जोड़ने का काम किया था. भारतीय जनता पार्टी शतरुद्र प्रकाश को भी विधान परिषद भेज सकती है.

वहीं समाजवादी पार्टी की बात करें तो सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को विधान परिषद भेजे जाने का आश्वासन दिया है. पूर्व मंत्री वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी का नाम भी चर्चा में है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री रहे और विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम प्रमुख रूप से है. सूत्र कहते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य को अखिलेश यादव ने विधान परिषद भेजने का इशारा कर दिया है. इसके अलावा कांग्रेस छोड़कर सपा में आए पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मुस्लिम चेहरा इमरान मसूद का नाम भी चर्चा में है.

अरविंद सिंह गोप को लेकर भी पार्टी के नेताओं का कहना है कि अखिलेश यादव उन्हें भी विधान परिषद भेज सकते हैं. इसके अलावा सोबरन सिंह यादव, जूही सिंह का भी नाम चर्चा में बताया जा रहा है. अखिलेश यादव के करीबी युवा नेताओं में से भी किसी एक को विधान परिषद भेजा जा सकता है.

ये भी पढ़ें : रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव नहीं लड़ेगी कांग्रेस, 2024 की तैयारी में जुटी पार्टी

प्रदेश प्रवक्ता भाजपा हरीशचंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि विधान परिषद चुनाव के प्रत्याशियों का चयन केंद्रीय संसदीय दल और पार्टी नेतृत्व जल्द करेगा. परिषद में विधानसभा सदस्यों की संख्या के आधार पर प्रत्याशी उतारे जाते हैं और भाजपा एमएलसी चुनाव के लिए जल्द ही प्रत्याशी घोषित करेंगी.

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