लखनऊ: यहां की बाजारों में काफी रौनक दिख रही है. लोग दीपावली की खरीददारी कर रहे हैं. राजधानी की नाका बाजार इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के लिए मशहूर है. यहां एक से बढ़कर एक बेहतरीन झालर दुकानों में नजर आ रही हैं. इस बार लोगों की पहली पसंद मेड इन इंडिया झालरें हैं.
ईटीवी भारत की टीम दीपावली पर बाजार का हाल जानने के लिए नाका, अमीनाबाद और नरही बाजार में पहुंची. दुकानदारों ने बताया कि ग्राहक झालर खरीदने आ रहे हैं. इस बार वो मेड इन इंडिया झालर मांग रहे हैं. कुछ ही ऐसे लोग हैं, जो चाइनीज झालर मांग रहे हैं. चाइनीज झालरें काफी कम दाम पर बाजार में उपलब्ध हैं और कई डिजाइन में आती हैं. वहीं मेड इन इंडिया झालर साधारण होती हैं. इस वजह से लोग चाइनीज झालर भी मांगते हैं. दुकानदारों ने बताया कि लोग नामी कंपनियों की झालरें मांग रहे हैं.
जब ईटीवी भारत की टीम ने झालर खरीदने पहुंचे ग्राहक से पूछा कि आखिर मेड इन इंडिया झालर ही क्यों? तो ग्राहक ने कहा हमारे देश के प्रधानमंत्री मेड इन इंडिया, मेक इन इंडिया का नारा देते हैं. हम सभी को उनके इस अभियान को सफल बनाना चाहिए. बस वहीं कर रहे हैं ताकि भारतीय कम्पनियों को फायदा हो न कि विदेशी कंपनियों को हो. यूपी में कई फुटकर विक्रेता खुद झालर बनाते हैं और खुद ही बेचते हैं. लोगों का कहना है कि इंडिया में बने प्रोडक्ट्स भरोसेमंद होते हैं, जबकि चाइनीज पर भरोसा नहीं किया जा सकता है.
इस बार दुकानों में हर दाम की झालरें उपलब्ध हैं. अगर किसी को सस्ती झालर चाहिए, तो नाका की दुकानों में आसानी से मिल जाएगी. झालरों की शुरुआत 60 रुपये से होती है और हजार रुपये तक की झालरें उपलब्ध हैं. लोग अपने बजट और जरूरत के हिसाब से झालरें खरीद रहे हैं. महंगाई का असर झालरों के दामों पर भी पड़ा है. लोगों का कहना है कि दो साल पहले जो झालर 60 रुपये में मिल जाती थी. वो झालर इस साल 200 रुपये में मिल रही है.