लखनऊ : लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय में शाम होते ही अलग-अलग कमरों में मयखाने सजने लगते हैं. शाम के सात बजने के बाद ही जाम लड़ाने के शौकीनों की महफिल मुख्यालय में लग जाती है. बाहर सुरक्षा गार्ड अपनी ड्यूटी करते रहते हैं और अफसरों के जाने के बाद कर्मचारियों की टोली मौज मस्ती में डूब जाती है. इसी मौज मस्ती का नतीजा गुरुवार की सुबह सामने आया, जब बीती रात शराब पीने के बाद विपिन सिंह नाम का लिपिक मौत का शिकार हो गया. पूरी रात यहां के सुरक्षाकर्मियों को इस बात की जानकारी भी नहीं हो सकी. जिसके बाद में पीडब्ल्यूडी की ओर से शोक सभा संबंधित एक पत्र जारी करके पूरे प्रकरण को समाप्त कर दिया गया. इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई माना जा रहा है कि जिन दो कर्मचारियों पर विपिन की पत्नी ने हत्या करने का आरोप लगाया है, उनके खिलाफ बहुत जल्द विभागीय कार्रवाई हो सकती है. इस सम्बन्ध में लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष संदीप कुमार से लगातार संपर्क किए जाने का प्रयास किया मगर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की.
पीडब्ल्यूडी मुख्यालय में क्लर्क विपिन सिंह की लाश मिलने का बाद हंगामा मच गया. मुख्यालय में तैनात तीन लोग रात में मुख्यालय में शराब पी रहे थे. पुलिस को मौके पर शराब की बोतलें भी मिलीं. हजरतगंज पुलिस, फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची. मृतक की पत्नी सपना सिंह का आरोप है कि शराब पीने वालों ने उसकी हत्या की. पत्नी ने इंचार्ज क्लर्क आकाश और मुकेश पर आरोप लगाया है. पीडब्ल्यूडी में कर्मचारी का निधन होने के बाद शाम को 5:00 बजे शोक सभा का आयोजन किया गया. सूत्रों का कहना है कि उसके साथ शराब पीने वाले आकाश और मुकेश पर बहुत जल्द विभागीय कार्रवाई हो सकती है. उनके निलंबन के साथ ही जांच की कार्रवाई होगी.
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कर्मचारियों का कहना है कि राजभवन के सामने स्थित मुख्यालय में शाम होते ही अनेक कमरों में शराब का दौर शुरू हो जाता है. दफ्तर समाप्त होने का समय शाम 6 बजे का है, लेकिन अधिकारियों को करीब 7 बज जाता है. सात बजे के बाद दफ्तर में महफिल सजना शुरू हो जाती है. शराब-कबाब का दौरा शुरू होता है जो रात करीब 9:30 बजे तक जारी रहता है.
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