ETV Bharat / city

हाईकोर्ट में 500 से ज्यादा सरकारी वकीलों की हुई नियुक्ति, नए अधिवक्ताओं को मिला मौका

लखनऊ में पुराने वकीलों को हटाकर नए सरकारी वकीलों की नियुक्ति की गई है. हाईकोर्ट में 500 से (High Court appointed government lawyers) ज्यादा अधिवक्ताओं की तैनाती हुई है.

etv bharat
उच्च न्यायालय प्रयागराज
author img

By

Published : Aug 2, 2022, 12:19 PM IST

Updated : Aug 2, 2022, 1:31 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने उच्च न्यायालय इलाहाबाद और उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में नए सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति (High Court appointed government lawyers) की है. शासकीय मामलों के निस्तारण को लेकर यह तैनाती हुई है. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel) की मंजूरी के बाद उच्च न्यायालय प्रयागराज और उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में सरकारी वकीलों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. भारतीय जनता पार्टी से जुड़े अधिवक्ताओं को उच्च न्यायालय में सरकारी वकील के रूप में भी तैनाती प्रदान की गई है.

इलाहाबाद हाईकोर्ट में कार्यरत एक अपर महाधिवक्ता सहित 836 राज्य विधि अधिकारियों की आबद्धता समाप्त कर दी गई है. इसके साथ ही प्रयागराज प्रधान पीठ में 386 और लखनऊ पीठ में 226 कुल 602 राज्य विधि अधिकारियों को आबद्ध किया गया है. विधि विभाग के विशेष सचिव द्वारा जारी सूची में कुछ अधिकारियों की रैंक में फेरबदल भी किया गया है.

यह भी पढ़ें: VIDEO: लड़कियों में जमकर मारपीट, बाल नोचे फिर लांत-घूंसों की बरसात

न्याय विभाग के विशेष सचिव निकुंज मित्तल की तरफ से नए अधिवक्ताओं की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया था. पूर्व में उच्च न्यायालय में तैनात किए गए सरकारी वकीलों का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें हटा दिया गया है. शासन से मिली जानकारी के अनुसार, करीब 900 से अधिक सरकारी वकीलों का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें हटाया गया है. उसके बाद 500 से अधिक नए सरकारी अधिवक्ताओं की तैनाती की गई है. आने वाले कुछ दिनों में और भी सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने उच्च न्यायालय इलाहाबाद और उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में नए सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति (High Court appointed government lawyers) की है. शासकीय मामलों के निस्तारण को लेकर यह तैनाती हुई है. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel) की मंजूरी के बाद उच्च न्यायालय प्रयागराज और उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में सरकारी वकीलों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. भारतीय जनता पार्टी से जुड़े अधिवक्ताओं को उच्च न्यायालय में सरकारी वकील के रूप में भी तैनाती प्रदान की गई है.

इलाहाबाद हाईकोर्ट में कार्यरत एक अपर महाधिवक्ता सहित 836 राज्य विधि अधिकारियों की आबद्धता समाप्त कर दी गई है. इसके साथ ही प्रयागराज प्रधान पीठ में 386 और लखनऊ पीठ में 226 कुल 602 राज्य विधि अधिकारियों को आबद्ध किया गया है. विधि विभाग के विशेष सचिव द्वारा जारी सूची में कुछ अधिकारियों की रैंक में फेरबदल भी किया गया है.

यह भी पढ़ें: VIDEO: लड़कियों में जमकर मारपीट, बाल नोचे फिर लांत-घूंसों की बरसात

न्याय विभाग के विशेष सचिव निकुंज मित्तल की तरफ से नए अधिवक्ताओं की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया था. पूर्व में उच्च न्यायालय में तैनात किए गए सरकारी वकीलों का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें हटा दिया गया है. शासन से मिली जानकारी के अनुसार, करीब 900 से अधिक सरकारी वकीलों का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें हटाया गया है. उसके बाद 500 से अधिक नए सरकारी अधिवक्ताओं की तैनाती की गई है. आने वाले कुछ दिनों में और भी सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Aug 2, 2022, 1:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.