लखनऊ: सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक घर-घर जाकर गोवंश के लिए भूसा इकट्ठा करेंगे. मुख्य विकास अधिकारी उरई की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है. यह आदेश इस समय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इसको लेकर शिक्षक संगठनों की तरफ से आपत्ति भी जताई गई है.
CDO साहब का आदेश: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में डॉ. अभय कुमार श्रीवास्तव मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. बीते दिनों उनकी तरफ से एक आदेश जारी किया गया. यह आदेश उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन विभाग की ओर से भूसा दान बैंक और भूसा दान यात्रा से संबंधित आदेश के क्रम में जारी किया गया. इसमें ग्राम पंचायत स्तर पर स्थाई/अस्थाई गोवंश आश्रयों में गोवंशों के लिए भूसा दान यात्रा निकालने के लिए कहा गया है. इस भूसा दान यात्रा के माध्यम से गोवंशों के लिए भूसा इकट्ठा किया जाना है.
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यह है शिक्षकों की आपत्ति: सीडीओ साहब के आदेश को लेकर शिक्षक संगठनों की तरफ से आपत्ति दर्ज कराई गई है. प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश के प्रान्तीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह का कहना है कि शिक्षकों का काम पढ़ाना है. बावजूद इसके उन्हें कभी राशन कार्ड बनाने और कभी दूसरे कामों में लगा दिया जाता है. घर-घर का भूसा इकट्ठा करने के लिए कहा गया है. CDO साहब का यह आदेश आपत्तिजनक है. यह पहली बार नहीं है जब शिक्षकों को दूसरे किसी काम में लगाया जाए. जनगणना से लेकर टीकाकरण अभियान तक में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है. कोरोना संक्रमण के दौरान इन शिक्षकों को सीएचसी-पीएचसी पर तैनात कर दिया गया. शिक्षक संगठनों का कहना है कि शिक्षकों का काम पढ़ाना है उन्हें दूसरे कामों में लगाकर उनके मूल कार्य को प्रभावित करना गलत होगा.
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