ETV Bharat / city

लखनऊ में प्रदूषण फैला रहे हैं सरकारी वाहन, 82 का हुआ चालान

डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (लखनऊ जोन) निर्मल प्रसाद ने बताया कि बुधवार को जांच के दौरान कमी पाये जाने पर 98 सरकारी वाहनों का चालान किया गया. लखनऊ सम्भाग के आधा दर्जन जनपदों में सरकारी वाहनों में प्रदूषण सर्टिफिकेट की जांच की गई.

author img

By

Published : May 26, 2022, 4:44 PM IST

सरकारी वाहनों की चेकिंग
सरकारी वाहनों की चेकिंग

लखनऊ: परिवहन विभाग अब निजी वाहनों के साथ ही सरकारी वाहनों पर भी शिकंजा कसने में जुट गया है. बिना प्रदूषण सर्टिफिकेट के सड़कों पर प्रदूषण फैला रहे सरकारी वाहनों पर अधिकारियों की नजरें टेढ़ी हो गई हैं. लखनऊ जोन में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने सरकारी वाहनों की चेकिंग की तो तमाम सरकारी वाहन बिना प्रदूषण सर्टिफिकेट के दौड़ रहे थे. इन सभी के खिलाफ अधिकारियों ने चालान की कार्रवाई की.

डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (लखनऊ जोन) निर्मल प्रसाद ने बताया कि बुधवार को जांच के दौरान कमी पाये जाने पर 98 सरकारी वाहनों का चालान किया गया. लखनऊ सम्भाग के आधा दर्जन जनपदों में सरकारी वाहनों में प्रदूषण सर्टिफिकेट की जांच की गई. लखनऊ में 82, रायबरेली में तीन, सीतापुर में छह और लखीमपुर खीरी में सात वाहनों का चालान किया गया. इस तरह कुल 98 सरकारी वाहनों का प्रदूषण सर्टिफिकेट के अभाव में चालान किया गया. उप परिवहन आयुक्त ने बताया कि लखनऊ जोन के सभी विभागों में संचालित राजकीय वाहनों के चालक अविलम्ब अपने-अपने वाहनों की प्रदूषण जांच करा लें. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान कमी पाये जाने पर सरकारी वाहनों का चालान किया जाएगा.

ये भी पढ़ें : सिटी बस से यात्रियों का सफर होगा आसान, 'सुगम यात्रा कार्ड' से होगा किराए का भुगतान

चेकिंग अभियान के दौरान सबसे खास बात सामने आई कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही सबसे ज्यादा वाहन सड़क पर प्रदूषण फैलाते हुए पाए गए. अन्य राज्यों की तुलना में यह संख्या 10 गुना ज्यादा थी. लखनऊ में प्रदूषण फैला रहे 82 वाहनों पर चालान की कार्रवाई हुई है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: परिवहन विभाग अब निजी वाहनों के साथ ही सरकारी वाहनों पर भी शिकंजा कसने में जुट गया है. बिना प्रदूषण सर्टिफिकेट के सड़कों पर प्रदूषण फैला रहे सरकारी वाहनों पर अधिकारियों की नजरें टेढ़ी हो गई हैं. लखनऊ जोन में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने सरकारी वाहनों की चेकिंग की तो तमाम सरकारी वाहन बिना प्रदूषण सर्टिफिकेट के दौड़ रहे थे. इन सभी के खिलाफ अधिकारियों ने चालान की कार्रवाई की.

डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (लखनऊ जोन) निर्मल प्रसाद ने बताया कि बुधवार को जांच के दौरान कमी पाये जाने पर 98 सरकारी वाहनों का चालान किया गया. लखनऊ सम्भाग के आधा दर्जन जनपदों में सरकारी वाहनों में प्रदूषण सर्टिफिकेट की जांच की गई. लखनऊ में 82, रायबरेली में तीन, सीतापुर में छह और लखीमपुर खीरी में सात वाहनों का चालान किया गया. इस तरह कुल 98 सरकारी वाहनों का प्रदूषण सर्टिफिकेट के अभाव में चालान किया गया. उप परिवहन आयुक्त ने बताया कि लखनऊ जोन के सभी विभागों में संचालित राजकीय वाहनों के चालक अविलम्ब अपने-अपने वाहनों की प्रदूषण जांच करा लें. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान कमी पाये जाने पर सरकारी वाहनों का चालान किया जाएगा.

ये भी पढ़ें : सिटी बस से यात्रियों का सफर होगा आसान, 'सुगम यात्रा कार्ड' से होगा किराए का भुगतान

चेकिंग अभियान के दौरान सबसे खास बात सामने आई कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही सबसे ज्यादा वाहन सड़क पर प्रदूषण फैलाते हुए पाए गए. अन्य राज्यों की तुलना में यह संख्या 10 गुना ज्यादा थी. लखनऊ में प्रदूषण फैला रहे 82 वाहनों पर चालान की कार्रवाई हुई है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.