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बिजली विभाग के अधिकारी के मोबाइल पर जालसाजों ने की काॅल, जानिये क्या बोले

10 जुलाई को बिजली विभाग के ही एक अधिकारी को फोन कर मीटर स्लो करके बिल कम करने का लालच देना जालसाजों पर ही भारी पड़ गया. जालसाज के मोबाइल में भी मीटर से छेड़छाड़ के वीडियो मिले.

बिजली विभाग
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Published : Jul 11, 2022, 10:39 PM IST

लखनऊ : राजधानी समेत उत्तर प्रदेश के तमाम उपभोक्ताओं के परिसर पर स्मार्ट मीटर लग जाने से बिजली का बिल परेशानी का सबब बन गया है. इसी का फायदा उठाने में जालसाज जुटे हुए हैं. मीटर धीमा करके बिल आधा करने का लालच देकर उपभोक्ताओं को ठगी का शिकार बना रहे हैं और अपनी जेबें भर रहे हैं. 10 जुलाई को बिजली विभाग के ही एक अधिकारी को फोन कर मीटर स्लो करके बिल कम करने का लालच देना जालसाजों पर ही भारी पड़ गया. दो जालसाज धर लिए गए. दोनों के खिलाफ गाजीपुर थाने में तहरीर दी गई है. दोनों जालसाज आईपीएस कम्पनी की आईडी का दुरुपयोग कर रहे थे.


10 जुलाई को तकरीबन शाम 4ः04 बजे बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता अरविंद सिंह के सरकारी मोबाइल पर फोन आया कि मैं प्रशांत गुप्ता बोल रहा हूं. मैंने आपके यहां मीटर लगाया था और मैं मीटर को स्लो करने में सहायता कर सकता हूं. जिससे आपका बिल आधा हो जाएगा. जिसका पांच हजार रुपए लगेगा. अधिशासी अभियंता अरविंद सिंह ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक और निदेशक (वाणिज्य) के निर्देशन में अभियुक्त से वार्ताकर अपने घर बुलाया. अधिशासी अभियंता ने सहायता के लिए स्थानीय अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल को अवगत कराया. उन्होंने तत्काल इंदिरानगर के अधिशासी अभियंता घनश्याम को उनके घर भेजा. इस बीच प्रशांत गुप्ता मीटर स्लो करने के लिए अरविंद सिंह के घर शाम 7ः10 पर पहुंच गया. उसके साथ दीपक मौर्य भी था.

अधिशासी अभियंता घनश्याम की टीम ने प्रशांत गुप्ता के पास से आईपीएस कंपनी का आईडी कार्ड, मीटर की पॉली कार्बन सील एवं मीटर सीलिंग बुक पाई. एलएंडटी ने इस कंपनी को 2020 में स्मार्ट मीटर लगाने का काम दिया था. एलएंडटी के प्रतिनिधि अनुज मिश्रा और आईपीएस कम्पनी के प्रतिनिधि जय भगवान को अधिशासी अभियंता अरविंद के घर बुलाया गया. उन्होंने प्रशांत गुप्ता की पहचान की. प्रशांत गुप्ता के मोबाइल में भी मीटर से छेड़छाड़ के वीडियो मिले व उसने फोन से कुछ डिलीट करने की कोशिश भी की. आईपीएस कंपनी ने जानकारी दी कि पूर्व में आईडी कार्ड वापस करने का आग्रह करने पर भी प्रशांत गुप्ता ने कार्ड वापस नहीं किया था. इससे ऐसा लगता है कि आईडी कार्ड का दुरुपयोग प्रशांत ने किया है.
ये भी पढ़ें : बिकरू कांड के शहीद अनूप सिंह की पत्नी को मिली नौकरी, पुलिस मुख्यालय में बनीं OSD
विभागीय अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रशांत गुप्ता और दीपक मौर्य पर मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली का बिल कम करने का षडयंत्र, आईडी कार्ड का दुरुपयोग, मीटर सीलिंग बुक, मीटर सील का दुरुपयोग करने के सम्बन्ध में गाजीपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई.
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लखनऊ : राजधानी समेत उत्तर प्रदेश के तमाम उपभोक्ताओं के परिसर पर स्मार्ट मीटर लग जाने से बिजली का बिल परेशानी का सबब बन गया है. इसी का फायदा उठाने में जालसाज जुटे हुए हैं. मीटर धीमा करके बिल आधा करने का लालच देकर उपभोक्ताओं को ठगी का शिकार बना रहे हैं और अपनी जेबें भर रहे हैं. 10 जुलाई को बिजली विभाग के ही एक अधिकारी को फोन कर मीटर स्लो करके बिल कम करने का लालच देना जालसाजों पर ही भारी पड़ गया. दो जालसाज धर लिए गए. दोनों के खिलाफ गाजीपुर थाने में तहरीर दी गई है. दोनों जालसाज आईपीएस कम्पनी की आईडी का दुरुपयोग कर रहे थे.


10 जुलाई को तकरीबन शाम 4ः04 बजे बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता अरविंद सिंह के सरकारी मोबाइल पर फोन आया कि मैं प्रशांत गुप्ता बोल रहा हूं. मैंने आपके यहां मीटर लगाया था और मैं मीटर को स्लो करने में सहायता कर सकता हूं. जिससे आपका बिल आधा हो जाएगा. जिसका पांच हजार रुपए लगेगा. अधिशासी अभियंता अरविंद सिंह ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक और निदेशक (वाणिज्य) के निर्देशन में अभियुक्त से वार्ताकर अपने घर बुलाया. अधिशासी अभियंता ने सहायता के लिए स्थानीय अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल को अवगत कराया. उन्होंने तत्काल इंदिरानगर के अधिशासी अभियंता घनश्याम को उनके घर भेजा. इस बीच प्रशांत गुप्ता मीटर स्लो करने के लिए अरविंद सिंह के घर शाम 7ः10 पर पहुंच गया. उसके साथ दीपक मौर्य भी था.

अधिशासी अभियंता घनश्याम की टीम ने प्रशांत गुप्ता के पास से आईपीएस कंपनी का आईडी कार्ड, मीटर की पॉली कार्बन सील एवं मीटर सीलिंग बुक पाई. एलएंडटी ने इस कंपनी को 2020 में स्मार्ट मीटर लगाने का काम दिया था. एलएंडटी के प्रतिनिधि अनुज मिश्रा और आईपीएस कम्पनी के प्रतिनिधि जय भगवान को अधिशासी अभियंता अरविंद के घर बुलाया गया. उन्होंने प्रशांत गुप्ता की पहचान की. प्रशांत गुप्ता के मोबाइल में भी मीटर से छेड़छाड़ के वीडियो मिले व उसने फोन से कुछ डिलीट करने की कोशिश भी की. आईपीएस कंपनी ने जानकारी दी कि पूर्व में आईडी कार्ड वापस करने का आग्रह करने पर भी प्रशांत गुप्ता ने कार्ड वापस नहीं किया था. इससे ऐसा लगता है कि आईडी कार्ड का दुरुपयोग प्रशांत ने किया है.
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विभागीय अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रशांत गुप्ता और दीपक मौर्य पर मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली का बिल कम करने का षडयंत्र, आईडी कार्ड का दुरुपयोग, मीटर सीलिंग बुक, मीटर सील का दुरुपयोग करने के सम्बन्ध में गाजीपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई.
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