लखनऊ: फिल्म मेकर लीना मणिमेकलाई की अपकमिंग शॉर्ट फिल्म काली का पोस्टर विवादों से घिर गयी है. देश के साथ प्रदेश में भी फिल्म काली के पोस्टर का विरोध किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल पोस्टर में काली मां को सिगरेट पीते और एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का ध्वज लिए नजर आ रही हैं. इसको लेकर लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हिंदूवादी नेताओं ने एफआईआर दर्ज कराया है. लखनऊ के हजरतगंज थाने में फिल्म मेकर समेत 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया.
हजरतगंज इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि लखनऊ के वजीरगंज के रहने वाले अधिवक्ता वेद प्रकाश शुक्ला ने तहरीर दी थी. उन्होंने कहा था कि काली फिल्म का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें मां काली की विवादित फोटो लगाई गई है. इस फिल्म की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई, प्रोड्यूसर आशा, एसोसिएट और एडिटर श्रवण ओनाचन ने हिंदू देवी देवताओं का विवादित फोटो बनाकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. अधिवक्ता वेद प्रकाश की तहरीर पर डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई, प्रोड्यूसर आशा, एसोसिएट और एडिटर श्रवण के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
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वाराणसी में विश्व हिंदू सेना ने दर्ज कराया मुकदमा
इसी तरह वाराणसी में विश्व हिंदू सेना ने फिल्म काली के विवादित पोस्टर जारी करने के खिलाफ विरोध जताते हुए सिगरा थाने में तहरीर दी है. तहरीर के माध्यम से फिल्म काली को बैन करने व डायरेक्टर पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है. विश्व हिंदू सेना के पूर्वांचल प्रमुख सौरभ मौर्य ने बताया कि बॉलीवुड में सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए हिंदू देवी देवताओं को फिल्मों में दिखाया जा रहा है, लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया जा रहा है. इसके विरोध में विश्व हिंदू सेना बड़ा आंदोलन करेगा. इस फिल्म को बैन करने तथा डायरेक्टर पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
काली फिल्म बनाने वाली महिला का मानसिक संतुलन ठीक नहींः शरद शुक्ला
वहीं, अयोध्या में कांग्रेस ने भी फिल्म काली की निर्माता लीना के ऊपर सामाजिक वैमनस्यता फैलाने का मुकदमा दर्ज करने के लिए कोतवाली नगर में लिखित तहरीर दी है. तहरीर देने वाले यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव शरद शुक्ला ने आरोप लगाया है कि समाज में घृणा फैलाने के लिए और देश का माहौल खराब करने के लिए इस तरह की हरकत की गई है, ऐसे लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए. कोतवाली नगर में तहरीर देने के बाद शरद शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'वर्तमान में देश में जो स्थिति पैदा हो गई है. वह कहीं से भी हमारी देश की प्रगति के लिए सही नहीं है. धर्म और जाति के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है. काली डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने वाली महिला का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. उसने हिंदू समाज ही नहीं देश में रहने वाले सभी समाज के लोगों के सम्मान को उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तत्काल फिल्म को बैन किया जाना चाहिए.'
शरद शुक्ला ने केंद्र सरकार पर भी तीखे शब्द बाण छोड़ते हुए कहा कि 'खुद को हिंदू वादी सत्ता बताने वाले लोग कहां हैं.आखिर कैसे इस तरह के पोस्टर रिलीज हो रहे हैं.सूचना प्रसारण मंत्रालय क्या कर रहा है. इस तरह की फिल्में बनाने की अनुमति आखिर कैसे दी जा रही है. हम कड़े शब्दों में इस तरह के कृत्य की निंदा करते हैं और इस फिल्म को बैन करने के साथ फिल्म मेकर लीना मणिमेंकलाई को गिरफ्तार करने की मांग करते हैं.'
बता दें कि फिल्म मेकर लीना मणिमेकलाई ने 2 जुलाई को अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म का पोस्टर शेयर किया था. उस पोस्ट में लिखा था कि उनकी इस फिल्म को कनाडा फिल्म फेस्टिवल (canada film festival) में लॉन्च किया गया है.
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