ETV Bharat / city

यूपी में उठाइए कैरावन और कैंपिंग का मजा, जानिए सरकार देगी कितनी सब्सिडी

अब आप कैरावन में सफर कर उत्तर प्रदेश को देखने का आनंद ले सकते हैं. सरकार की तरफ से कैरावन और कैंपिंग साइट्स तैयार करने का फैसला लिया गया है.

etv bharat
कैरावन
author img

By

Published : May 16, 2022, 5:43 PM IST

लखनऊ: अब आप कैरावन में सफर कर उत्तर प्रदेश को देखने का आनंद ले सकते हैं. यूपी देखने के सफर को रोमांचक बनाने के लिए सरकार की तरफ से कैरावन और कैंपिंग साइट्स तैयार करने का फैसला लिया गया है. खास बात यह है कि एक ओर जहां पर्यटक को यूपी देखने का एक नया अनुभव मिलेगा. वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार की भी व्यवस्था की गई है. इसके लिए शासन की तरफ से पर्यटन नीति 2018 में बदलाव किए गए हैं.

क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने विशेष तरह की सब्सिडी देने का फैसला लिया है. नई नीति के तहत अब सरकार कैरावन बनाने के लिए 20 फीसदी या अधिकतम ₹20 लाख रुपये की सरकारी मदद देगी. इसमें 2 लोगों के लिए सोफा, बिस्तर, टॉयलेट, टीवी, माइक्रोवेव, जीपीएस समेत अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी.

टेंट आवास की भी व्यवस्था: नई नीति में पर्यटकों के लिए कैंपिंग की भी व्यवस्था की जा रही है. इसमें भी सरकार की तरफ से सुविधा और सब्सिडी दी जाएगी. नई नीति के तहत 20 व्यक्तियों के लिए टेंट आवास बनाने पर मदद दी जाएगी. मानक निर्धारित किए गए हैं. 200 वर्ग मीटर के सभी टेंट में अटैच टॉयलेट होना अनिवार्य होगा. यहां पर्यटकों के मनोरंजन, विश्राम से लेकर बिजली, पानी समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी.

ये भी पढ़ें : लखनऊ के गोमती नदी के किनारे बनेगा गोमती शौर्य स्मारक, चीफ सेक्रेटरी ने किया निरीक्षण


ढाबा पर मिलेगी छूट: राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग या जिले की प्रमुख सड़कों से 100 मीटर के दायरे पर खुलने वाले ढाबे के लिए भी सरकार की तरफ से मदद देने का फैसला लिया गया है. सरकार इसके लिए सब्सिडी प्रदान करेगी. जोकि निवेश की राशि का 20% तक हो सकती है. इसके लिए न्यूनतम ₹10 लाख रुपये तक का निवेश करना होगा और अधिकतम सब्सिडी की सीमा ₹20 लाख निर्धारित की गई है. इन ढाबों पर सरकारी मानकों के मुताबिक सुविधाएं जुटानी होगी. यहां 500 वर्ग मीटर में जन सुविधाओं को स्थापित करना होगा. इसमें कार पर्यटक के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था होनी चाहिए.

लखनऊ: अब आप कैरावन में सफर कर उत्तर प्रदेश को देखने का आनंद ले सकते हैं. यूपी देखने के सफर को रोमांचक बनाने के लिए सरकार की तरफ से कैरावन और कैंपिंग साइट्स तैयार करने का फैसला लिया गया है. खास बात यह है कि एक ओर जहां पर्यटक को यूपी देखने का एक नया अनुभव मिलेगा. वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार की भी व्यवस्था की गई है. इसके लिए शासन की तरफ से पर्यटन नीति 2018 में बदलाव किए गए हैं.

क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने विशेष तरह की सब्सिडी देने का फैसला लिया है. नई नीति के तहत अब सरकार कैरावन बनाने के लिए 20 फीसदी या अधिकतम ₹20 लाख रुपये की सरकारी मदद देगी. इसमें 2 लोगों के लिए सोफा, बिस्तर, टॉयलेट, टीवी, माइक्रोवेव, जीपीएस समेत अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी.

टेंट आवास की भी व्यवस्था: नई नीति में पर्यटकों के लिए कैंपिंग की भी व्यवस्था की जा रही है. इसमें भी सरकार की तरफ से सुविधा और सब्सिडी दी जाएगी. नई नीति के तहत 20 व्यक्तियों के लिए टेंट आवास बनाने पर मदद दी जाएगी. मानक निर्धारित किए गए हैं. 200 वर्ग मीटर के सभी टेंट में अटैच टॉयलेट होना अनिवार्य होगा. यहां पर्यटकों के मनोरंजन, विश्राम से लेकर बिजली, पानी समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी.

ये भी पढ़ें : लखनऊ के गोमती नदी के किनारे बनेगा गोमती शौर्य स्मारक, चीफ सेक्रेटरी ने किया निरीक्षण


ढाबा पर मिलेगी छूट: राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग या जिले की प्रमुख सड़कों से 100 मीटर के दायरे पर खुलने वाले ढाबे के लिए भी सरकार की तरफ से मदद देने का फैसला लिया गया है. सरकार इसके लिए सब्सिडी प्रदान करेगी. जोकि निवेश की राशि का 20% तक हो सकती है. इसके लिए न्यूनतम ₹10 लाख रुपये तक का निवेश करना होगा और अधिकतम सब्सिडी की सीमा ₹20 लाख निर्धारित की गई है. इन ढाबों पर सरकारी मानकों के मुताबिक सुविधाएं जुटानी होगी. यहां 500 वर्ग मीटर में जन सुविधाओं को स्थापित करना होगा. इसमें कार पर्यटक के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था होनी चाहिए.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.