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ई-रिक्शा चालक दिखा रहे पुलिस कमिश्नर के आदेशों को ठेंगा, प्रतिबंधित रूटों पर भर रहे फर्राटा - परिवहन निगम

जिन 11 रूटों के साथ ही मेट्रो रूट पर ई-रिक्शा को पुलिस कमिश्नर ने पूरी तरह बंद कर दिया था, उन्हीं रूटों पर आज भी ई-रिक्शा का संचालन हो रहा है.

फर्राटा भरते ई-रिक्शा
फर्राटा भरते ई-रिक्शा
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Published : May 17, 2022, 9:33 PM IST

लखनऊ : लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने 11 मई को आदेश दिया था कि शहर के 11 मुख्य मार्गों पर 12 मई से ई-रिक्शा का संचालन और उनकी पार्किंग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन कराए जाने की बात भी पुलिस कमिश्नर ने कही थी. उनके आदेश की लगातार अवहेलना हो रही है. मुख्य मार्गों पर प्रतिबंध के बावजूद ई-रिक्शा का संचालन वैसे ही हो रहा है. हालांकि उनकी संख्या में कुछ कमी जरूर आई है. पूरी तरह से प्रतिबंधित होने के बावजूद संचालन नहीं रुका है. ऐसे में ई-रिक्शा चालक तो आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं. पुलिस के सामने से ही ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं और इन पर कार्रवाई करने में पुलिस ही लाचार है.

जिन 11 रूटों के साथ ही मेट्रो रूट पर ई-रिक्शा को पुलिस कमिश्नर ने पूरी तरह बंद कर दिया था, उन्हीं रूटों पर आज भी ई-रिक्शा का संचालन हो रहा है. ऐसे में पुलिस के साथ ही यातायात पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. इतना ही नहीं, एक दिन पहले ही हाईकोर्ट ने लखनऊ के विभिन्न मार्गों पर लगने वाले जाम को लेकर पुलिस प्रशासन से जवाब-तलब किया था. इस पर न्यायालय को यह जानकारी भी दी गई है कि कहां-कहां से परिवहन निगम की बसों को हटाया गया है. किन-किन रूटों पर ई-रिक्शा का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. वाहनों का संचालन प्रतिबंधित होने से शहर में लगने वाले जाम से काफी हद तक लोगों को राहत मिली है. हालांकि न्यायालय में भले ही यह पक्ष रखा गया हो लेकिन पॉलिटेक्निक चौराहे पर बसों को छोड़ दें तो मुख्य मार्गों से जो ई-रिक्शा का संचालन होने की बात कही गई है, उस पर अभी पूरी तरह नियंत्रण स्थापित नहीं हो पाया है.

इन रूटों पर प्रतिबंधित हैं ई-रिक्शा

: हजरतगंज चौराहा से बर्लिंग्टन चौराहा वाया रॉयल होटल आने व जाने वाले मार्ग पर.
: हजरतगंज चौराहा से बंदरिया बाग चौराहा आने व जाने वाले मार्ग पर.
: हजरतगंज चौराहा से सिकंदर बाग चौराहा आने व जाने वाले मार्ग पर.
: हजरतगंज से परिवर्तन चौक वाया अलका, मेफेयर, बाल्मीकि तिराहा, प्रेस क्लब, हिंदी संस्थान, केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: बंदरिया बाग चौराहा से पॉलिटेक्निक चौराहा आने व जाने वाले मार्ग पर.
: अमौसी से बाराबिरवा आने व जाने वाले मार्ग पर.
: अहिमामऊ से अर्जुनगंज बाजार से रजमन चौकी से कटाई पुल से लाल बत्ती चौराहा तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: पिकप ढाल से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, विजयीपुर अंडरपास तक और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान चौराहे से हाईकोर्ट गेट नंबर तीन तक, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान चौराहे से गोमती नगर रेलवे स्टेशन तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: कमता शहीद पथ तिराहा से शहीद पथ मोड़, कानपुर रोड शहीद पथ तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: बादशाहनगर चौराहा से लेखराज, भूतनाथ होकर पॉलिटेक्निक चौराहे तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: अमौसी मोड़ से मुंशीपुलिया चौराहा तक मेट्रो रूट के आने और जाने वाले मार्ग पर.

ये भी पढ़ें : रैगिंग के विरोध में हुई मारपीट मामले में मुकदमा दर्ज, प्रॉक्टर और सिक्योरिटी इंचार्ज पर लगा ये आरोप

शहर में 40000 ई-रिक्शा : लखनऊ की बात करें तो सड़कों पर 30,000 से ज्यादा ई-रिक्शा जो आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड हैं, वह तो दौड़ ही रहे हैं. इसके अलावा अवैध तरीके से तकरीबन 10 हजार ई-रिक्शा का संचालन हो रहा है. हालांकि अब इन 10000 ई-रिक्शा को जब्त करने की कार्रवाई शुरू करने की तैयारी परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कर रखी है लेकिन ये कब तक जब्त होंगे इस बारे में अभी कुछ भी अता-पता नहीं है.

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लखनऊ : लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने 11 मई को आदेश दिया था कि शहर के 11 मुख्य मार्गों पर 12 मई से ई-रिक्शा का संचालन और उनकी पार्किंग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन कराए जाने की बात भी पुलिस कमिश्नर ने कही थी. उनके आदेश की लगातार अवहेलना हो रही है. मुख्य मार्गों पर प्रतिबंध के बावजूद ई-रिक्शा का संचालन वैसे ही हो रहा है. हालांकि उनकी संख्या में कुछ कमी जरूर आई है. पूरी तरह से प्रतिबंधित होने के बावजूद संचालन नहीं रुका है. ऐसे में ई-रिक्शा चालक तो आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं. पुलिस के सामने से ही ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं और इन पर कार्रवाई करने में पुलिस ही लाचार है.

जिन 11 रूटों के साथ ही मेट्रो रूट पर ई-रिक्शा को पुलिस कमिश्नर ने पूरी तरह बंद कर दिया था, उन्हीं रूटों पर आज भी ई-रिक्शा का संचालन हो रहा है. ऐसे में पुलिस के साथ ही यातायात पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. इतना ही नहीं, एक दिन पहले ही हाईकोर्ट ने लखनऊ के विभिन्न मार्गों पर लगने वाले जाम को लेकर पुलिस प्रशासन से जवाब-तलब किया था. इस पर न्यायालय को यह जानकारी भी दी गई है कि कहां-कहां से परिवहन निगम की बसों को हटाया गया है. किन-किन रूटों पर ई-रिक्शा का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. वाहनों का संचालन प्रतिबंधित होने से शहर में लगने वाले जाम से काफी हद तक लोगों को राहत मिली है. हालांकि न्यायालय में भले ही यह पक्ष रखा गया हो लेकिन पॉलिटेक्निक चौराहे पर बसों को छोड़ दें तो मुख्य मार्गों से जो ई-रिक्शा का संचालन होने की बात कही गई है, उस पर अभी पूरी तरह नियंत्रण स्थापित नहीं हो पाया है.

इन रूटों पर प्रतिबंधित हैं ई-रिक्शा

: हजरतगंज चौराहा से बर्लिंग्टन चौराहा वाया रॉयल होटल आने व जाने वाले मार्ग पर.
: हजरतगंज चौराहा से बंदरिया बाग चौराहा आने व जाने वाले मार्ग पर.
: हजरतगंज चौराहा से सिकंदर बाग चौराहा आने व जाने वाले मार्ग पर.
: हजरतगंज से परिवर्तन चौक वाया अलका, मेफेयर, बाल्मीकि तिराहा, प्रेस क्लब, हिंदी संस्थान, केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: बंदरिया बाग चौराहा से पॉलिटेक्निक चौराहा आने व जाने वाले मार्ग पर.
: अमौसी से बाराबिरवा आने व जाने वाले मार्ग पर.
: अहिमामऊ से अर्जुनगंज बाजार से रजमन चौकी से कटाई पुल से लाल बत्ती चौराहा तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: पिकप ढाल से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, विजयीपुर अंडरपास तक और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान चौराहे से हाईकोर्ट गेट नंबर तीन तक, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान चौराहे से गोमती नगर रेलवे स्टेशन तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: कमता शहीद पथ तिराहा से शहीद पथ मोड़, कानपुर रोड शहीद पथ तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: बादशाहनगर चौराहा से लेखराज, भूतनाथ होकर पॉलिटेक्निक चौराहे तक आने व जाने वाले मार्ग पर.
: अमौसी मोड़ से मुंशीपुलिया चौराहा तक मेट्रो रूट के आने और जाने वाले मार्ग पर.

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शहर में 40000 ई-रिक्शा : लखनऊ की बात करें तो सड़कों पर 30,000 से ज्यादा ई-रिक्शा जो आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड हैं, वह तो दौड़ ही रहे हैं. इसके अलावा अवैध तरीके से तकरीबन 10 हजार ई-रिक्शा का संचालन हो रहा है. हालांकि अब इन 10000 ई-रिक्शा को जब्त करने की कार्रवाई शुरू करने की तैयारी परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कर रखी है लेकिन ये कब तक जब्त होंगे इस बारे में अभी कुछ भी अता-पता नहीं है.

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