लखनऊ: मुख्यमंत्री आवास 5 कालिदास मार्ग पर बांग्लादेश के उच्चायुक्त मोहम्मद इमरान से सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिष्टाचार भेंट की. इस अवसर पर बांग्लादेश और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य संबंधों को और प्रगाढ़ करने के संबंध में विचार-विमर्श किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के मध्य इतिहास, भाषा, संस्कृति और अन्य अनेक समानताओं के प्रगाढ़ सम्बन्ध हैं. बांग्लादेश दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है तथा भारत बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. 24 करोड़ की जनसंख्या का उत्तर प्रदेेश देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता एवं श्रम बाजार है. प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों से सम्पन्न उत्तर प्रदेश देश में खाद्यान्न एवं दुग्ध का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है. जिसके फलस्वरूप उत्तर प्रदेश से बांग्लादेश को गेहूं, चीनी, डेयरी से सम्बन्धित मशीनरी और सूती धागे निर्यात किये जाते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश भारत को परिधान एवं वस्त्रों के सामान के निर्यात में प्रमुख भूमिका का निर्वहन कर रहा है. इस क्षेत्र में प्रोद्यौगिकी के आदान-प्रदान एवं सहयोग के लिए उत्तर प्रदेश में व्यापक अवसर उपलब्ध हैं. उत्तर प्रदेश भारत का तीसरा सबसे बड़ा फैब्रिक उत्पादक राज्य है. बांग्लादेश के निवेशकों के लिए प्रदेश में फैब्रिक उत्पादन, बुनाई, कताई तथा डिफेन्स मैन्युफैक्चरिंग आदि क्षेत्रों में अनेक अवसर उपलब्ध हैं. प्रदेश में निवेश एवं रोजगार की व्यापक सम्भावनाएं हैं. बांग्लादेश उत्तर प्रदेश का एक स्वाभाविक भागीदार बन सकता है.
योगी ने कहा कि प्रस्तावित व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के तहत बांग्लादेश हरित प्रोद्यौगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा तथा आईटी एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे नये क्षेत्रों में सहयोग का इच्छुक है. इसके अतिरिक्त दोनों देश सीईपीए के अन्तर्गत निवेश के सम्भावित क्षेत्रों की खोज के साथ-साथ रक्षा उपकरण, वैक्सीन एवं अन्य औषधियों के संयुक्त उत्पादन पर भी ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश विगत 05 वर्ष से आर्थिक रूप से उभरता हुआ अग्रणी राज्य है. प्रदेश में बांग्लादेश के निर्यातकों एवं निवेशकों के लिए अनेक अवसर हैं. बांग्लादेश के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करने में प्रदेश को अत्यन्त प्रसन्नता होगी, जिससे दोनों देशों को द्विपक्षीय व्यापार सम्बन्धों को बढ़ाने में सहायता मिलेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 05 वर्षाें में उत्तर प्रदेश देश में कन्ज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक के रूप में उभरा है. उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग तथा आईटी/आईटीईएस क्षेत्र का बड़ा केन्द्र है. नोएडा में सैमसंग इण्डिया ने विश्व का सबसे बड़ा डिस्प्ले यूनिट प्लांट स्थापित किया है, जो क्रियाशील हो चुका है. उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर के निवेश के हब के रूप में उभर रहा है. प्रदेश में व्यापक पैमाने पर विश्वस्तरीय आधारभूत अवसंरचना के विकास के कार्य क्रियान्वित किये जा रहे हैं. प्रदेश में आगरा, अलीगढ़, कानपुर, लखनऊ, झांसी एवं चित्रकूट में उत्तर प्रदेश डिफेन्स इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर का विकास किया जा रहा है. यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग पार्क, टॉय पार्क, लॉजिस्टिक हब एवं हेरिटेज सिटी तथा फिल्म सिटी, उन्नाव में देश का पहला मेगा लेदर पार्क, बरेली में मेगा फूड पार्क, गोरखपुर में प्लास्टिक पार्क के कार्य विभिन्न चरणों में सम्पादित किये जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वेज स्टेट के रूप में स्थापित हो चुका है. उत्तर प्रदेश शीघ्र ही देश का पहला राज्य होगा, जहां 05 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे क्रियाशील होंगे. प्रदेश में लॉजिस्टिक सेक्टर में विकास की अनेक सम्भावनाएं विद्यमान हैं. देश में विकसित किये जा रहे ईस्टर्न एवं वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित दादरी में है. साथ ही, भारत के प्रथम अन्तर्देशीय जलमार्ग प्रयागराज से हल्दिया बन्दरगाह का विकास किया जा रहा है. ग्रेटर नोएडा एंव वाराणसी में मल्टीमोडल लॉजिस्टिक्स/ट्रांसपोर्ट हब विकसित किये जा रहे हैं. इन सभी प्रयासों से प्रदेश के निर्यात केन्द्रों को सुचारु कनेक्टिविटी सुलभ हो रही है. इस प्रकार उत्तर प्रदेश यातायात एवं परिवहन के सभी क्षेत्रों में तीव्र गति से विकास की ओर अग्रसर है.
सीएम योगी ने कहा कि विगत 05 वर्षाें में उत्तर प्रदेश ने ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस, लॉजिस्टिक्स डेवलपमेण्ट तथा निवेश मित्र एवं प्रवासी भारतीयों के साथ सहयोग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं. इसके परिणाम स्वरूप आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का राज्य बन चुका है. मुख्यमंत्री ने बांग्लादेश के निवेशकों एवं उद्यमियों के प्रति आशा व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार एवं जनता आपसी सहयोग, सर्वाेत्तम कारोबारी माहौल एवं दक्षिण एशिया में प्रमुख आर्थिक भागीदारी के लिए प्रतिबद्ध एवं आशान्वित है.