लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों को तोहफा दिया. मुख्यमंत्री ने वर्चुल रूप से 260 करोड़ की लागत से बनने वाले 144 आवासीय और अनावासीय भवनों का लोकार्पण किया है. इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि 260 करोड़ की इन 144 परियोजनाओं को दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल को सौंपते हुए अत्यंत खुश हूं. पुलिस के जवानों को अच्छे बैरकों का अधिकार है.
सीएम ने कहा कि, 'मुझे प्रसन्नता है कि पांच वर्षों के अंदर किए गए कार्यों का परिणाम हम सब के सामने है. 5 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश की छवि एक ऐसे राज्य के रूप में थी, जो दुनिया और देश में बीमार प्रदेश के रूप में गिना जाता था. जहां पर विकास की कोई सोच नहीं की धारणा बन चुकी थी. उसका कारण था बदतर कानून व्यवस्था. हर तीसरे दिन दंगे होते थे. देश दुनिया में यूपी की छवि खराब हो चुकी थी. न महिलायें अपने आप को सुरक्षित महसूस करती थी और न ही व्यापारी. जब मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तब चैलेंज था कि यूपी को उत्तर प्रदेश बनाना है.'
पहले गृह विभाग में धूल खाती थी फाइलेंः सीएम योगी ने कहा कि 'सरकार बनते ही मैंने सबसे पहले गृह विभाग का निरीक्षण किया था और वहां मौजूद फाइलों में पड़ी धूल को देखकर लग गया था कि बीते सालों में कैसे काम हो रहा था. लखनऊ की पुलिस लाइन जाकर निरीक्षण किया तो वहां एक ऐसे कमरे में 2 जवान आराम कर रहे थे, जहां की छत टूटी हुई थी और चारपाई की हालत भी खराब थी. इसके बाद मैंने गृह विभाग की बैठक कर पुलिस विभाग के लिए 6 हजार करोड़ का बजट दिया. जिससे पुलिस के जवानों को अच्छा बैरक मिल सकें.'
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अच्छी कानून व्यवस्था के चलते बढ़ा निवेशः मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 'बीते सालों में उत्तर प्रदेश में कोई भी व्यापारी नहीं आना चाहता था बल्कि जो थे वो भी पलायन कर रहे थे. लेकिन अब 4 लाख करोड़ से अधिक का प्रदेश में निवेश हो चुका है. यूपी अपने आप में एक मॉडल बन कर उभरा है. यूपी की बेहतर कानून व्यवस्था के चलते देश दुनिया का हर उद्यमी प्रदेश में निवेश करना चाहता है.'
संवेदनशील बने यूपी पुलिसः इस मौके पर योगी ने यूपी पुलिस को संवेदनशील बनने के गुण भी सिखाये. उन्होंने कहा कि 'अब पुलिस को ब्रिटिश पुलिस की छवि छोड़ कर यूपी पुलिस बनना होगा. पुलिस को मानवीय संवेदना नही भूलनी चाहिए. आपके पास जो भी शिकायत लेकर आये तो उससे प्यार से बातचीत कर उसे सुनना चाहिए फिर चाहे वो जायज शिकायत हो या नाजायज शिकायत, उसे मेरिट के अनुसार निस्तारण करें. पुलिस यूनिफॉर्म, समय की बाध्यता और संवेदनशीलता यह तीन चीजों को फॉलो कर ब्रिटिश छवि से बाहर आकर यूपी पुलिस की छवि बना सकते हैं.'
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रिलॉन्च होगा यूपी 112ः वहीं, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना है कि हर पुलिस कर्मी का अपना खुद का आवास हो. इसके लिए सरकार कार्य कर रही है और जल्द ही यह सपना साकार होगा. उन्होंने कहा कि यूपी 112 इमरजेंसी रेस्पोंड सिस्टम को और भी मजबूत किया जा रहा है. रिस्पॉन्स टाइम को 10 मिनट से घटा कर 8:45 मिनट कर दिया गया है. जल्द ही 3 हजार करोड़ की लागत से यूपी 112 को फिर से रिलॉन्च किया जाएगा.
बता दें, बुधवार को सीएम योगी ने लखनऊ के पुलिस लाइन, गोमती नगर, पारा, मड़ियांव, इंदिरानगर, चिनहट, आशियाना और निगोहा थाना में 336 पुलिस कर्मियों के लिए बैरक व विवेचना कक्ष का लोकार्पण किया है. इसके अलावा अन्य जिलों में पुलिस कर्मियों के लिए बैरक और होस्टल के साथ विवेचना कक्षों का लोकार्पण किया गया है.