लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) जिलों में तैनात अधिकारियों से नाराज (angry with authorities) हैं और कई समीक्षा बैठकों में उन्होंने अफसरों को सुधारने की हिदायत भी दी है. जनहित से जुड़े मसलों के निस्तारण की बात हो या कानून व्यवस्था के मोर्चे पर अफसरों की लापरवाही से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज बताए जा रहे हैं. अगले 6 महीने की कार्य योजना में अफसरों पर नकेल कसने की योगी सरकार ने पूरी रणनीति तैयार की है. तमाम मोर्चे पर बेहतर काम करने और अफसरों के स्तर पर शासन की छवि धूमिल होने के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है और अब इस मोर्चे पर भी काम करने की रणनीति तैयार की गई है.
मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) पिछले दिनों तमाम समीक्षा बैठकों के दौरान अफसरों की कार्यशैली से इतना खफा हुए कि उन्होंने लापरवाही करने वाले अफसरों को चिन्हित करने के दिशा निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, तमाम जनप्रतिनिधियों की तरफ से आने वाली अधिकारियों की शिकायतों कि स्कैनिंग कराने की बात कही गई है. जिससे संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए पूरी रिपोर्ट तैयार की जा सके. इसके अलावा तमाम समीक्षा बैठकों में मुख्यमंत्री के स्तर पर दिए जाने वाले दिशा निर्देशों और जिलों में अधिकारियों के द्वारा जन शिकायतों के निस्तारण, विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के साथ-साथ विभागीय कार्यवाही कराए जाने के लिए दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं.
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) अगले कुछ महीने में अधिकारियों पर नकेल कसने की पूरी तैयारी कर चुके हैं और पिछले दिनों उन्होंने समीक्षा बैठक में अधिकारियों पर कार्रवाई किए जाने का अल्टीमेटम भी दिया है. अफसरों से दो टूक लहजे में कहा है कि अधिकारी सुधर जाएं या फिर अगर वह कार्यवाही करेंगे तो फिर ठीक नहीं रहेगा. इसलिए जनसमस्याओं के निस्तारण में अधिकारी पूरी संवेदनशीलता से कार्यवाही करें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंचम तल मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को जिलों में तैनात पुलिस प्रशासन से जुड़े अफसरों से संबंधित आने वाली शिकायतों की ठीक ढंग से स्क्रीनिंग कराए जाने के दिशा निर्देश दिए हैं. जिससे आने वाले समय में अफसरों को चिन्हित करते हुए कार्यवाही की जा सके.
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वरिष्ठ पत्रकार राजनीतिक विश्लेषक विजय शंकर पंकज कहते हैं कि योगी सरकार पूरी तरह से अफसरशाही के चंगुल में ही हैं, जो अधिकारी मनमानी कर रहे हैं सरकार की उन पर कोई लगाम नहीं है. पंचम तल के अधिकारियों की कार्यशैली भी ठीक नहीं है. उन अफसरों के खिलाफ तमाम तरह की शिकायतें मिली हैं, लेकिन कार्यवाही नहीं हुई. उत्तर प्रदेश में डीजीपी का चयन भी नहीं हो पा रहा है. अधिकारी जैसा चाहते हैं वैसी कार्यवाही करते हैं. मुख्यमंत्री को ऐसे अफसरों पर नकेल कसने की कार्यवाही करनी चाहिए.
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