लखनऊ: पूर्वांचल के बाहुबली विधायक व बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी का सबसे खास गुर्गा शकील हैदर महाठग निकला. शकील हैदर ने अपने दो फर्मों पर बैंक से 107 करोड़ रुपये लोन लिया और डकार गया. वजीरगंज थाने में जालसाजी के अलग-अलग चार मुकदमे दर्ज किए गए हैं. आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है. मुकदमे की विवेचना के लिए जालसाजी के मुकदमे के एक्सपर्ट दो दारोगाओं को लगाया गया है. वजीरगंज इंस्पेक्टर धनंजय पांडे के मुताबिक, वजीरगंज के शीश महल निवासी शकील हैदर माफिया मुख्तार अंसारी का खास है. शकील ने हिंद कंस्ट्रक्शन प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड व हिंद बिल्डटेक कंपनी के नाम से अमीनाबाद स्थित यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से लोन कराया. इसमें हिंद कंस्ट्रक्शन प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से 65 करोड़ का लोन कराया गया. वहीं, दूसरी कंपनी हिंद बिल्डटेक के नाम से 42 करोड़ का लोन शकील ने कराया. लोन हासिल करने में शकील हैदर के अलावा हनी अब्बास, वारिस हसन और तनवीर अहमद भी शामिल रहे.
बैंक अधिकारियों की मानें, लोन पास होने के बाद रकम उनके फर्म के खाते में ट्रांसफर हो गई. शकील ने खाते से लोन का पैसा निकाल खर्च कर दिया और क़िस्त भी नहीं चुकाई. रिकवरी एजेंट के क़िस्त की अदायगी के लिए जाने पर पहले उसने आनाकानी की फिर उन्हें माफिया मुख्तार अंसारी के नाम पर अदब में लेने लगा और धमकाया. बैंक ने मामले की जांच कराई तो कई खुलासे हुए. इसके बाद मामले की जांच सुरक्षा एजेंसियों को दे दी गई. इस बीच में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को पंजाब नेशनल बैंक में मर्ज कर दिया गया. इसके बाद मामले की जांच पीएनबी के अधिकारियों द्वारा की जाने लगी, फिर बैंकों की तहरीर पर वजीरगंज पुलिस ने अलग-अलग चार मुकदमे दर्ज किए.
प्रभारी निरीक्षक वजीरगंज के मुताबिक, औरैया के एक और इकोरापुर निवासी राम कुमार दरोगा हैं. उन्होंने भरावन कला ठाकुरगंज में 15 वर्गफीट जमीन खरीदी. निर्माण के लिए उन्होंने एलआईसी से 22 लाख रुपये का लोन कराया. पड़ताल में पता चला कि जमीन को अमीनाबाद के तत्कालीन यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया पंजाब नेशनल बैंक में 2014 में ही गिरवी रखा गया था. यह जमीन हिंद कंस्ट्रक्शन प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से बंधक रखी गई है. उधर, हसनगंज के खसरा निवासी देवेंद्र के मुताबिक, उनके भाई के साथ ठाकुरगंज में ही एक-एक हजार वर्गफीट के दो प्लॉट लिए थे. रजिस्ट्री कार्यालय से जानकारी मिली कि पंजाब नेशनल बैंक (यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया) में शकील की कंपनी के नाम से ही ये दोनों प्लॉट गिरवी रखे गए हैं.
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वजीरगंज प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मानस नगर के आकाश श्रीवास्तव ने अपनी बहन के साथ भरावन कला में जमीन ली थी. बाद में पता चला कि यह जमीन भी शकील ने लोन के लिए बंधक रखी है. इसी तरह का मामला वृंदावन कॉलोनी निवासी विरेंद्र कुमार शर्मा का भी है. उनकी भी भरावन कला की 2691 वर्ग फीट जमीन को शकील ने बैंक में गिरवी रखा है. चारों ने वजीरगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
आरोप है कि शकील व उसके अन्य साथियों ने जाली दस्तावेज तैयार कर इन जमीनों को बैंक में गिरवी रखा. इसके बाद अपनी प्रॉपर्टी डीलर साथी के सहयोग से बेच दी. वीरेंद्र के मुताबिक, शकील ने उनके जमीन पर 36.54 करोड रुपए का लोन कराया था. इसके लिए उनके जमीन के आसपास की भी प्रॉपर्टी गिरवी रखी है. कोतवाल के मुताबिक, मामले की जांच की जा रही है. दस्तावेज की जांच के लिए रजिस्ट्री कार्यालय को पत्र भेजा गया है. दस्तावेज मिलने के बाद उनकी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी.