लखनऊ: यूपी में मदरसों के सर्वे को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने तंज कसते हुए कहा कि राज्यों की सरकार देश में बढ़ रही बेरोजगारी को लेकर चिंतित हैं, लेकिन यूपी सरकार बुलडोजर, मदरसा सर्वे और मंदिर-मस्जिद जैसे धार्मिक विवाद फैलाने में उलझी हुई है.
बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने कहा कि ऐसे समय में जब रोजगार के अवसर को अधिकतम बढ़ाकर बेरोजगारी के व्यापक जन असंतोष और आत्महत्याओं को कम करने के लिए राज्य सरकारों के बीच गहमागहमी जारी है. वहीं, चिप बनाने वाली यूनिट लगाने की तमाम तैयारियों के बावजूद महाराष्ट्र से गुजरात में चले जाने को लेकर दोनों बीजेपी शासित राज्यों के बीच घमासान मचा हुआ है. यूपी सरकार बुलडोजर, मदरसा सर्वे और मंदिर-मस्जिद जैसे धार्मिक विवाद फैलाने वाले मुद्दों में उलझी हुई है.
करीब 20 बिलियन डालर अर्थात् लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपये के निवेश वाली वेदान्ता फॉक्सकॉन (ताइवान) योजना अचानक ही महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट होने पर पक्षपातीय राजनीति और राजनीतिक भेदभाव के आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं. ऐसी दो और फैक्ट्री लगाने का दिलासा देकर मामले को शांत करने का प्रयास हो रहा है, तो फिर ऐसे में भाजपा सरकार होने का लाभ यूपी की सरकार क्यों नहीं ले पा रही है, ताकि यूपी को अपार पिछड़ेपन, गरीबी आदि के अभिशाप से मुक्ति मिल सके.
पढ़ें- आजम खान से दिल्ली में मुलाकात करेंगे अखिलेश यादव, आगे की रणनीति पर होगी चर्चा
मायावती (BSP supremo Mayawati) ने कहा कि यूपी को दिल्ली से सटे हुए विशाल आबादी वाले राज्य होने के कारण देशी और विदेशी पूंजी निवेश, विकास का जो लाभ मिलना चाहिए. वह इस सरकार में भी नहीं मिल पा रहा है. पहले केंद्र की कांग्रेस सरकार में यूपी की घोर उपेक्षा की गई और अब भाजपा सरकार में भी वैसा ही यूपी का तिरस्कार जारी है. जबकि यूपी का विकास देश के विकास के साथ अभिन्न तौर पर जुड़ा हुआ है. करीब 30 करोड़ की विशाल आबादी वाले यूपी राज्य का बहुप्रतिक्षित सुमचित और समग्र विकास तभी संभव है. जब यूपी की वर्तमान सरकार भी अपनी संकीर्ण, द्वेषपूर्ण और नफरती राजनीति करने की अपनी नीयत, नीति और कार्यशैली आदि का त्याग करेगी. दलितों और अति पिछड़ों के साथ, मुस्लिम उत्पीड़न उनके मदरसों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करके विवादों को बढ़ाया जा रहा है.
पढ़ें- लखीमपुर में दो बहनों की रेप के बाद हत्या का मामला, पीड़ित परिजनों से मिलेगा कांग्रेस डेलिगेशन