लखनऊ: सरोजिनी नगर विधानसभा सीट पर 2017 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी जीती थी. यहां से दो बार भाजपा के वीरेंद्र तिवारी तीसरे नंबर पर जरूर रहे. मगर 2012 से 2017 के बीच सरोजनी नगर में शहरी कालोनियों में बढ़ोतरी होने के बाद ये सीट भाजपा के लिए खास हो गई. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए इस सीट का टिकट पाने के लिए भाजपा से पति पत्नी दयाशंकर सिंह और राज्यमंत्री स्वाति सिंह आमने-सामने नजर आ रहे हैं.
सरोजनी नगर विधानसभा सीट इन दिनों उत्तर प्रदेश की सबसे चर्चित सीटों में से एक है. इस सीट पर वर्तमान विधायक और महिला कल्याण राज्य मंत्री स्वाती सिंह टिकट की दावेदार हैं. उनके पति दयाशंकर सिंह के समर्थन के होर्डिंग भी इलाके में लगाए गए थे. इसके बाद में स्वाति सिंह का ऑडियो भी वायरल हुआ था. इस कथित ऑडियो में राज्य मंत्री स्वाति सिंह ने पति दयाशंकर पर मारपीट का आरोप लगाया था.
सीट का इतिहास
- 1967 में अस्तित्व में आई थी सरोजनी नगर सीट
- 1967 में पहली बार कांग्रेस के विजय कुमार त्रिपाठी ने जीत हासिल की.
- 1969 में तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्ता ने कांग्रेस के टिकट पर ये सीट जीती.
- 1974 में कांग्रेस के विजय कुमार त्रिपाठी ने सीट जीती.
- 1977 में एस चौहान जो कि जनता पार्टी से थे, उन्होंने सीट जीती.
- 1980 में कांग्रेस के विजय कुमार त्रिपाठी ने सीट जीती.
- 1984 में निर्दलीय शारदा प्रताप शुक्ला ने जीत हासिल की.
- 1989 में जनता दल से शारदा प्रताप शुक्ला ने यह सीट जीती.
- 1991 में कांग्रेस के विजय कुमार त्रिपाठी ने चौथी बार सीट जीती.
- 1993 में समाजवादी पार्टी के श्याम किशोर यादव ने सीट जीती.
- 1996 मेंसमाजवादी पार्टी के श्याम किशोर यादव विधायक चुने गए.
- 2002 में बहुजन समाज पार्टी के मोहम्मद इरशाद खान जीते.
- 2007 में बहुजन समाज पार्टी के मोहम्मद इरशाद खान दोबारा जीते.
- 2012 में समाजवादी पार्टी के शारदा प्रताप शुक्ला जीते.
- 2017 में भाजपा की स्वाति सिंह ने सीट जीत ली.
2007 में बसपा के मोहम्मद इरशाद खान ने समाजवादी पार्टी के श्याम किशोर यादव को करीब 5,000 वोटों से हराकर सीट जीती थी. 2012 में समाजवादी पार्टी के शारदा प्रताप शुक्ला ने बहुजन समाज पार्टी के शिव शंकर सिंह को करीब 12,000 वोटों से हराकर सीट जीती थी. 2017 में भारतीय जनता पार्टी की स्वाति सिंह ने समाजवादी पार्टी के अनुराग यादव को करीब 34,000 वोटों से हराया था.
शहरी कॉलोनियों के बढ़ने से भाजपा ने मारी बाजी
एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड हिंद नगर कृष्णा नगर एल्डिको उदयन और ऐसी ही कई अन्य शहरी कॉलोनियों के विधानसभा क्षेत्र में आ जाने के बाद पहली बार 2017 में भारतीय जनता पार्टी का वोट बैंक बढ़ गया. भाजपा ने इसी वजह से यहां पर जीत हासिल की. सपा और बसपा दोनों के प्रत्याशियों को 2017 में यहां 70 हजार से अधिक वोट मिला था, जिसका सीधा फायदा स्वाति सिंह को मिल गया था.