मेरठ : किसान मोर्चा के प्रदेश प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह बतौर मुख्य अथिति पहुंचे. उन्होंने कहा कि बीज से बाजार तक' की अप्रोच से देश के कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव आए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति मजबूत करने के लिए Agriculture Linkages बहुत जरूरी है, बता दें कि शुक्रवार से मेरठ के हस्तिनापुर में बीजेपी के प्रदेश प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम की शुरुआत हुई है जो कि सात अगस्त तक चलेगा.
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने मेरठ में शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'बीज से बाजार तक' की अप्रोच से देश के कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव आए हैं. उन्होंने कहा कि बीते आठ वर्षों में भारतीय कृषि ने सफलता के नए मानदंड स्थापित किए हैं, किसानों को तमाम तरह के जोखिमों से सुरक्षित रखने, आमदनी बढ़ाने, सटीक सूचनाएं देने और उन्हें कृषि उत्पादों का उपयोग करने वाली इकाइयों से जोड़ने पर सरकार का फोकस रहा है. इन कदम से भारत में कृषि का आधुनिकीकरण हुआ और किसानों की आय में लगातार बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि 2014 से मोदी सरकार ने कई ऐसे कदम उठाए हैं, जिनसे भारत में किसानों को कम जोखिम उठाना पड़े.
उन्होंने कहा कि पहले अनावृष्टि और अतिवृष्टि की वजह से लाखों किसान भारी कर्ज में डूब जाते थे. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ने इन परिस्थितियों को बदला है. 2016 में शुरू हुई इस योजना ने Agriculture Insurance System को पूरी तरह बदला और इससे किसानों को मजबूत सुरक्षा मिली, पीएम कृषि सिंचाई योजना से सिंचाई का क्षेत्र बढ़ा और वर्षा जल पर किसानों की निर्भरता कम हुई, रिकॉर्ड उत्पादन से सरकारी खरीद में बढ़ोतरी हुई, जिससे किसानों की आमदनी में अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिली. हस्तिनापुर में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद लोगों से संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि डीबीटी के जरिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता लगातार बढ़ने से किसानों को बिचौलियों की अवैध वसूली और कमीशनखोरी से मुक्ति मिली है.
उन्होंने कहा कि 2019 में सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि की शुरुआत की और किसानों के खाते में हर साल 6000 रुपये कैश ट्रांसफर सुनिश्चित किया. नियमित रूप से किस्तों में मिलने वाली इस सहायता ने छोटे किसानों को भी अच्छी गुणवत्ता वाले सामान खरीदने, जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाने और अपनी आय में वृद्धि करने के अवसर दिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय किसानों को जैसे-जैसे कृषि क्षेत्र में उपयोगी वैज्ञानिक सूचनाएं और नए इनोवेशन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, वे निरंतर स्मार्ट फार्मिंग (Smart Farming) की ओर बढ़ रहे हैं. सरकार द्वारा दिए गए Soil Health Card से किसानों को उनकी जमीन के बारे में बेहतर जानकारी मिल रही है. इन सभी जानकारियों का समुचित उपयोग उत्पादन बढ़ाने के काम आ रहा है।
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उन्होंने कहा कि बीते आठ वर्षों में भारत में कृषि उत्पादन में नियमित वृद्धि और किसानों के जीवन में आया बदलाव एक मिसाल है. आज भारतीय किसान केवल अपने उपयोग या घरेलू बाजार में बेचने के लिए उत्पादन नहीं कर रहे हैं, बल्कि वो अपने उत्पादों का निर्यात कर रहे हैं और दुनिया का पेट भर रहे हैं.
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