लखनऊ: चुनावी रण में हाथी बार-बार हार रहा है. विधानसभा चुनाव में तो उसकी सांसें फूल गईं. ज्यादातर सीटों पर दौड़ में वह पीछे ही रहा है. ऐसे में बसपा प्रमुख मायावती ने हाथी में जोश भरने के लिये महावतों को बदलने का फैसला किया है. इसको लेकर संगठन में कई पद खत्म करके नए सिरे से पार्टी का ढांचा खड़ा करने की कोशिश की जा रही है.
विधानसभा चुनाव 2022 में बसपा अकेले ही मैदान में उतरी. उसने सभी 403 सीटों पर प्रत्याशी उतारे. साथ ही सामाजिक समीकरण भी साधने की कोशिश की. मगर, परिणाम में सिर्फ एक सीट ही हाथ लगी. ऐसे में बसपा प्रमुख ने पार्टी पदाधिकारियों को लखनऊ तलब किया. गत सप्ताह दो दिनों तक समीक्षा बैठक की. इसमें लखनऊ समेत कई जिलों के अध्यक्षों को बदला गया.
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हर विधानसभा में 75 हजार सदस्य: मायावती ने विधानसभावार संगठन दोबारा खड़ा करने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए पार्टी पदाधिकारियों को विधानसभावार 75 हजार सदस्य जोड़ने के निर्देश दिए गये हैं. इसके लिये सदस्यता अभियान शुरू कर दिया गया है. यह लक्ष्य पदाधिकारियों को दो माह में पूरा करना होगा.
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