लखनऊ : आजादी का अमृत महोत्सव के तहत चारबाग रेलवे स्टेशन पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. “आजादी की रेल गाड़ी और स्टेशन” के अंतर्गत 23 जुलाई तक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. स्टेशन के वीआईपी लाउंज में अध्यक्ष रेलवे बोर्ड व सीईओ विनय कुमार त्रिपाठी ने नई दिल्ली से वीडियो लिंक के जरिए समारोह का शुभारम्भ किया.
इस मौके पर मंडल रेल प्रबंधक सुरेश कुमार सपरा ने आजादी के आन्दोलन में भारतीय रेल में उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल के चारबाग स्टेशन के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि 26 दिसंबर 1916 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी लखनऊ स्टेशन आये थे. यहीं पर जवाहर लाल नेहरू की बापू से पहली भेंट हुई थी. इसके अलावा मार्च, अप्रैल 1936 में एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए महात्मा गांधी दूसरी बार ट्रेन से लखनऊ स्टेशन आए थे. इसलिये आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत लखनऊ स्टेशन का चयन किया गया है. स्वतंत्रता आन्दोलन में उत्तर रेलवे का विशेष योगदान रहा है. इसमें दिल्ली, मेरठ, सुनाम उधमसिंह वाला, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, खटकड़ कलां, अमृतसर व चारबाग स्टेशनों ने आज़ादी के आन्दोलन में अमिट छाप छोड़ी थी, साथ ही आजादी के आन्दोलन को समर्पित उत्तर रेलवे की तरफ से विभिन्न रेल गाड़ियां चलाई जा रही हैं. जिनमें 13005/06 हावड़ा मेल, 12953/54 अगस्त क्रांति एक्स., 12903/04 फ्रंटियर मेल, 12312/11 नेता जी एक्स.,15273/74 सत्याग्रह एक्स. शामिल हैं.
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स्टेशन के वीआईपी लाउंज में चित्र प्रदर्शनी का आयोजन व उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की स्काउट गाइड की टीम ने “आजादी “ नाम से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया. इसमें काकोरी की घटना का उल्लेख किया गया. इस के साथ स्टेशन पर वीडियो डाक्यूमेंट्री फिल्म से लोगों को आन्दोलन में उत्तर रेलवे व लखनऊ स्टेशन के महत्व के बारे में बताया गया. स्टेशन परिसर से गांधी उद्यान तक पैदल मार्च किया गया.
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