लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड (Shia Waqf Board) एक बार फिर से सुर्खियों का सबब बनता नज़र आने लगा है. कभी तत्कालीन चेयरमैन वसीम रिज़वी के कारनामों से चर्चा में रहने वाला शिया वक्फ बोर्ड अब अपने नए अध्यक्ष को लेकर सुर्खियों में है. बोर्ड के चेयरमैन अली ज़ैदी पर पूर्व सदस्य ने गंभीर आरोप लगाए हैं. सैय्यद फ़ैज़ी ने मीडिया में बयान जारी करते हुए अली ज़ैदी पर परिवारवाद का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि नए चेयरमैन ने बोर्ड में अपने सगे और करीबी संबंधियों को मुतवल्लीशिप बांटी है.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार परिवारवाद के खिलाफ रहकर योग्य लोगों को बढ़ावा देती आयी है, लेकिन हाल ही में बने शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली ज़ैदी पर सरकार की मंशा के विपरीत काम करने और अपने लोगों को लाभ पहुंचाने की शिकायत सामने आई है. शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व सदस्य और सैय्यद फैजी ने मीडिया से बातचीत में बोर्ड के अंदर जारी घालमेल को उजागर किया है. सैय्यद फैजी ने आरोप लगाते हुए बताया कि चेयरमैन अली ज़ैदी ने पद संभालने के बाद से अपने सगे संबंधियों को वक्फ संपत्तियों का मुतवल्ली बनाना शुरू कर दिया है. उन्होंने बाकायदा इसकी एक पूरी फेहरिस्त बनाई है. इसमें अली ज़ैदी के चचिया ससुर शमील शम्सी को हजरतगंज के पॉश इलाके में स्थित वक्फ की ज़मीन सिबतैनाबाद इमामबाड़ा का मुतवल्ली, फुफिया ससुर को अब्बास बाग की कर्बला का मुतवल्ली और अमील शम्शी के सगे मामू को कर्बला मलकाजहां का मुतवल्ली बनाये जाने का नाम शामिल है.
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व सदस्य सैय्यद फैजी ने कहा कि उनके ऊपर कर्बला में कब्जा करने का आरोप लगाया गया, जबकि यह एक धार्मिक स्थल है और हर दिन यहां सैकड़ों लोग आ रहे हैं. फैजी ने कहा कि बिना किसी पद की लालसा के वह कई वर्षों से भाजपा के एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी से जुड़े हुए हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल करने की मंशा से ऐसी अफवाह फैलाई गई कि कर्बला पर बीजेपी नेता ने कब्जा कर लिया है. फ़ैज़ी ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ बीजेपी आलाकमान को एक्शन लेना चाहिए और एक साफ सुथरी छवि की पार्टी को बदनाम करने की साजिश के खिलाफ इन लोगों पर कार्रवाई करना चाहिए.
सिबतैनाबाद इमामबाड़ा का मुतवल्ली बनाये गए शमील शम्सी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए इन आरोपों को मूर्खतापूर्ण बताते हुए कहा कि शिया समुदाय में सब एक दूसरे के रिश्तेदार हैं. उन्होंने कहा कि मैं परिवार के होने के नाते से मुतवल्ली नहीं बल्कि वक्फ बचाओ आंदोलन का अध्यक्ष और सिबतैनाबाद इमामबाड़ा के लिए किए गए संघर्ष के चलते मुतवल्ली बनाया गया हूं. समाजसेवी शमील शम्सी ने कहा कि तनवीर हुसैन गुड्डू लंबे समय से पार्षद और एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, जिसके चलते उन्हें मुतवल्ली पद दिया गया. आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि मौलाना कल्बे जवाद एक धर्मगुरु हैं और कर्बला, दरगाहों की हिफाज़त की ज़िम्मेदारी धर्मगुरुओं की ही है. शमील ने कहा कि सैय्यद फ़ैज़ी को अगर आरोप लगाना है तो परिवारवाद नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं.
यह भी पढ़ें : लेवाना अग्निकांड के डेढ़ माह बाद एक भी अवैध होटल बंद नहीं करा सका LDA
ग़ौरतलब है कि शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली ज़ैदी से जब अपने ऊपर लग रहे आरोपों के बारे में कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. हालांकि शमील शम्सी ने आरोपों को बेवकूफी भरे बताकर सैय्यद फ़ैज़ी को जमकर घेरा और कोई बड़े आरोपों को लगाने की बात कही.
यह भी पढ़ें : पंचायत चुनाव की तरह नगर निकाय चुनाव में बाजी मारने के लिए समाजवादी पार्टी ने बनाई रणनीति