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अखिलेश यादव ने किया डॉ. कफील खान की किताब 'अस्पताल से जेल तक' का विमोचन, बढ़ा राजनीतिक पारा, जानिये क्या है मामला? - गोरखपुर ऑक्सीजन कांड

समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को डॉ. कफील की एक किताब का विमोचन किया गया. इस किताब में कफील ने गोरखपुर में बच्चों की मौत से लेकर उनको जेल होने तक की कहानी बयां की है.

'अस्पताल से जेल तक' का विमोचन
'अस्पताल से जेल तक' का विमोचन
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Published : Jul 2, 2022, 2:42 PM IST

Updated : Jul 2, 2022, 4:00 PM IST

लखनऊ : योगी सरकार की पहली पारी साल 2017 में शुरू हुई थी. अगस्त माह में गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत हो गई थी. उस दौरान अस्पताल में तैनात डॉ. कफील की गिरफ्तारी हुई थी. जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को डॉ. कफील की एक किताब का विमोचन किया गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में इस किताब का विमोचन किया गया. इस दौरान मुख्यालय पर लेखक और इस मामले के मुख्य आरोपित डॉ. कफील भी मौजूद रहे.

इस किताब में कफील ने बच्चों की मौत से लेकर उनको जेल होने तक की कहानी बयां की है. साथ ही सरकार पर कई तरह के आरोप जड़े हैं. जिसको लेकर अब राजनीतिक पारा गर्म हो चुका है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से पलटवार करते हुए कहा गया है कि 2017 में जब भाजपा की सरकार आई, उसके बाद पूर्वांचल में दिमागी बुखार की बीमारी के खिलाफ बड़े कदम उठाए गए. उसकी वजह से आज बीमारी 95 फीसदी से कम हो चुकी है. जो गड़बड़ियां थीं वह समाजवादी पार्टी की सरकार के समय में थीं, जिसको सुधार दिया गया है.

प्रतिक्रिया व्यक्त करते प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी

शनिवार को डॉ. कफील खान की किताब 'अस्पताल से जेल तक' गोरखपुर अस्पताल त्रासदी का विमोचन अखिलेश यादव ने किया. 2017 में गोरखपुर में ऑक्सीजन कांड में बच्चों की मौत में डॉ. कफील खान पर कार्यवाही की गई थी. कफील खान लंबे समय तक इस मामले में जेल में रहे. जेल से रिहा होने के बाद कफील ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली. इसी वर्ष उन्होंने गोरखपुर एमएलसी सीट पर चुनाव भी लड़ा था. कफील चुनाव बुरी तरह से हार गए. जिसके बाद उन्होंने अब इस किताब को लॉन्च करके एक नई सियासी सरगर्मी पैदा कर दी है.

मालूम हो कि अभी शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में संचारी रोग विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में स्पष्ट घोषणा की है कि पूर्वांचल 95 फीसदी तक संचारी रोगों से मुक्त हो चुका है. जिसके तत्काल दूसरे दिन इस किताब की लॉन्चिंग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि करीब 5 साल पहले हुई घटना के मामले में समाजवादी पार्टी यूपी सरकार को बख्शने के मूड में नहीं है.

ये भी पढ़ें : कमलेश तिवारी की पत्नी को जान से मारने की धमकी, उर्दू में लिखा- 'पति के पास पहुंचा देंगे'

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने इस मामले में कहा कि 2017 में जब यह कांड हुआ तब सारी व्यवस्थाएं समाजवादी पार्टी सरकार के समय की थीं. जिस के बाद हमने लगातार सुधार किए. इसका परिणाम यह हुआ कि आज पूर्वांचल रोग मुक्त हो चुका है और समाजवादी पार्टी केवल गाल बजाने का काम कर रही है. जेल के अनुभवों पर कई पुस्तकों के विमोचन का अवसर अखिलेश यादव जी को मिलेगा. अभी आजम खान पर जेल पर पुस्तक लिखी जायेगी उसका भी विमोचन करेंगे. गायत्री प्रसाद प्रजापति पुस्तक लिखेंगे उसका भी विमोचन करेंगे. इनके तमाम ऐसे सिपहसालार हैं जो जेल के पीछे हैं. कुछ आने वाले समय में जेल के पीछे जाने वाले हैं.

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लखनऊ : योगी सरकार की पहली पारी साल 2017 में शुरू हुई थी. अगस्त माह में गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत हो गई थी. उस दौरान अस्पताल में तैनात डॉ. कफील की गिरफ्तारी हुई थी. जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को डॉ. कफील की एक किताब का विमोचन किया गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में इस किताब का विमोचन किया गया. इस दौरान मुख्यालय पर लेखक और इस मामले के मुख्य आरोपित डॉ. कफील भी मौजूद रहे.

इस किताब में कफील ने बच्चों की मौत से लेकर उनको जेल होने तक की कहानी बयां की है. साथ ही सरकार पर कई तरह के आरोप जड़े हैं. जिसको लेकर अब राजनीतिक पारा गर्म हो चुका है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से पलटवार करते हुए कहा गया है कि 2017 में जब भाजपा की सरकार आई, उसके बाद पूर्वांचल में दिमागी बुखार की बीमारी के खिलाफ बड़े कदम उठाए गए. उसकी वजह से आज बीमारी 95 फीसदी से कम हो चुकी है. जो गड़बड़ियां थीं वह समाजवादी पार्टी की सरकार के समय में थीं, जिसको सुधार दिया गया है.

प्रतिक्रिया व्यक्त करते प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी

शनिवार को डॉ. कफील खान की किताब 'अस्पताल से जेल तक' गोरखपुर अस्पताल त्रासदी का विमोचन अखिलेश यादव ने किया. 2017 में गोरखपुर में ऑक्सीजन कांड में बच्चों की मौत में डॉ. कफील खान पर कार्यवाही की गई थी. कफील खान लंबे समय तक इस मामले में जेल में रहे. जेल से रिहा होने के बाद कफील ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली. इसी वर्ष उन्होंने गोरखपुर एमएलसी सीट पर चुनाव भी लड़ा था. कफील चुनाव बुरी तरह से हार गए. जिसके बाद उन्होंने अब इस किताब को लॉन्च करके एक नई सियासी सरगर्मी पैदा कर दी है.

मालूम हो कि अभी शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में संचारी रोग विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में स्पष्ट घोषणा की है कि पूर्वांचल 95 फीसदी तक संचारी रोगों से मुक्त हो चुका है. जिसके तत्काल दूसरे दिन इस किताब की लॉन्चिंग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि करीब 5 साल पहले हुई घटना के मामले में समाजवादी पार्टी यूपी सरकार को बख्शने के मूड में नहीं है.

ये भी पढ़ें : कमलेश तिवारी की पत्नी को जान से मारने की धमकी, उर्दू में लिखा- 'पति के पास पहुंचा देंगे'

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने इस मामले में कहा कि 2017 में जब यह कांड हुआ तब सारी व्यवस्थाएं समाजवादी पार्टी सरकार के समय की थीं. जिस के बाद हमने लगातार सुधार किए. इसका परिणाम यह हुआ कि आज पूर्वांचल रोग मुक्त हो चुका है और समाजवादी पार्टी केवल गाल बजाने का काम कर रही है. जेल के अनुभवों पर कई पुस्तकों के विमोचन का अवसर अखिलेश यादव जी को मिलेगा. अभी आजम खान पर जेल पर पुस्तक लिखी जायेगी उसका भी विमोचन करेंगे. गायत्री प्रसाद प्रजापति पुस्तक लिखेंगे उसका भी विमोचन करेंगे. इनके तमाम ऐसे सिपहसालार हैं जो जेल के पीछे हैं. कुछ आने वाले समय में जेल के पीछे जाने वाले हैं.

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Last Updated : Jul 2, 2022, 4:00 PM IST
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