ETV Bharat / city

अखिलेश ने RLD को भेजा राज्य सभा तो अनुप्रिया के अपना दल (s) ने लगा ली 'उम्मीद' - up govern ment

केंद्र में राज्यमंत्री और यूपी में कैबिनट मंत्री पद पटेल परिवार के पास है. ऐसे में बीजेपी की सहयोगी पार्टी इस उम्मीद में है कि विधान परिषद में अपना दल (s) के कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाएगा.

ईटीवी भारत
पार्टी अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
author img

By

Published : Jun 3, 2022, 9:59 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सभा की 11 सीटों पर 8 प्रत्याशियों को निर्विरोध चुने जाने के बाद देश के उच्च सदन भेजा है. वहीं अखिलेश यादव ने विधानसभा का चुनाव साथ लड़े जयंत चौधरी को राज्यसभा भेज गठबंधन को और मजबूत कर लिया है. माना जा रहा है कि अब यूपी के उच्च सदन में भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. बीजेपी की सहयोगी पार्टी इस उम्मीद में है कि राज्यसभा नहीं तो विधान परिषद में तो उनके लोगों को पहुंचाकर पार्टी गठबंधन का धर्म निभाएगी.

यूपी में साल 2014 के लोक सभा चुनाव से ही कदम मिलाकर चल रही अपना दल (सोनेलाल) ने बीते विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाई. 12 सीट जीत कर राज्य की तीसरे नम्बर की पार्टी बनी. वहीं अब उम्मीदें और भी हिलोरे मारने लगी हैं. केंद्र में राज्य मंत्री और यूपी में कैबिनट मंत्री पद पटेल परिवार के पास है. ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि आगामी विधान परिषद के चुनाव में अपना दल (s) के कोटे से कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए और पार्टी की संख्या विधान परिषद में भी मजबूत हो. पार्टी की मानें तो हर कार्यकर्ता यह चाहता है कि उसकी पार्टी के लोग विधानसभा व विधान परिषद तक ज्यादा संख्या में पहुंचे. ऐसे में इस बार के विधान परिषद के चुनाव में हमें भी भाजपा मौका देगी इसकी उम्मीद है.

अपना दल (s) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल
अपना दल (s) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल कहते हैं कि "कार्यकर्ताओं की इच्छा होती है कि उसका संगठन व उसके लोग विधानसभा-विधान परिषद में ज्यादा से ज्यादा संख्या बल में पहुंचें. अब यह राष्ट्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वो क्या निर्णय लेती है. लेकिन हम सभी चाहते हैं कि हमारी संख्या बल विधानसभा और विधान परिषद में बढ़े. राजेश पटेल कहते हैं कि हम लोग सकारात्मक सोच रखते हैं इसी का परिणाम है कि हम इस बार विधानसभा के चुनाव में प्रदेश की तीसरे नंबर की पार्टी बन चुके हैं. विधान परिषद में उनके लोग भी जाएंगे, ऐसी उन्हें उम्मीद है, क्योंकि उम्मीद पर दुनिया कायम है.विधान परिषद में सिर्फ एक है एमएलसी: विधान परिषद में अपना दल (s) के कोटे से पार्टी अध्यक्ष व केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल सदस्य हैं. आशीष पटेल को एमएलसी बनवाने के लिए अनुप्रिया पटेल ने पार्टी में विद्रोह तक किया था. उनकी मां व अपना दल (क) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल आशीष पटेल को विधान परिषद भेजना नहीं चाहती थीं. इसी बात को लेकर अनुप्रिया पटेल व मां कृष्णा पटेल के बीच दूरियां बढ़ गई थीं. फिलहाल आशीष पटेल योगी सरकार में कैबिनट मंत्री हैं. साथ ही वो साल 2024 तक विधान परिषद के सदस्य हैं.

ये भी पढ़ें : विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा के लिए अपना दल (s) ने शुरू की तैयारी

13 सीटों के लिए होना है चुनाव: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की कुल 100 सीटें हैं. जिनमें से 13 विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल 6 जुलाई को समाप्त होने वाला है. जिसके चलते विधान परिषद की इन 13 सीटों पर 20 जून को चुनाव होना है. इसके लिए नामांकन 2 से 9 जून तक दाखिल किए जाएंगे. 10 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 13 जून तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सभा की 11 सीटों पर 8 प्रत्याशियों को निर्विरोध चुने जाने के बाद देश के उच्च सदन भेजा है. वहीं अखिलेश यादव ने विधानसभा का चुनाव साथ लड़े जयंत चौधरी को राज्यसभा भेज गठबंधन को और मजबूत कर लिया है. माना जा रहा है कि अब यूपी के उच्च सदन में भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. बीजेपी की सहयोगी पार्टी इस उम्मीद में है कि राज्यसभा नहीं तो विधान परिषद में तो उनके लोगों को पहुंचाकर पार्टी गठबंधन का धर्म निभाएगी.

यूपी में साल 2014 के लोक सभा चुनाव से ही कदम मिलाकर चल रही अपना दल (सोनेलाल) ने बीते विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाई. 12 सीट जीत कर राज्य की तीसरे नम्बर की पार्टी बनी. वहीं अब उम्मीदें और भी हिलोरे मारने लगी हैं. केंद्र में राज्य मंत्री और यूपी में कैबिनट मंत्री पद पटेल परिवार के पास है. ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि आगामी विधान परिषद के चुनाव में अपना दल (s) के कोटे से कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए और पार्टी की संख्या विधान परिषद में भी मजबूत हो. पार्टी की मानें तो हर कार्यकर्ता यह चाहता है कि उसकी पार्टी के लोग विधानसभा व विधान परिषद तक ज्यादा संख्या में पहुंचे. ऐसे में इस बार के विधान परिषद के चुनाव में हमें भी भाजपा मौका देगी इसकी उम्मीद है.

अपना दल (s) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल
अपना दल (s) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल कहते हैं कि "कार्यकर्ताओं की इच्छा होती है कि उसका संगठन व उसके लोग विधानसभा-विधान परिषद में ज्यादा से ज्यादा संख्या बल में पहुंचें. अब यह राष्ट्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वो क्या निर्णय लेती है. लेकिन हम सभी चाहते हैं कि हमारी संख्या बल विधानसभा और विधान परिषद में बढ़े. राजेश पटेल कहते हैं कि हम लोग सकारात्मक सोच रखते हैं इसी का परिणाम है कि हम इस बार विधानसभा के चुनाव में प्रदेश की तीसरे नंबर की पार्टी बन चुके हैं. विधान परिषद में उनके लोग भी जाएंगे, ऐसी उन्हें उम्मीद है, क्योंकि उम्मीद पर दुनिया कायम है.विधान परिषद में सिर्फ एक है एमएलसी: विधान परिषद में अपना दल (s) के कोटे से पार्टी अध्यक्ष व केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल सदस्य हैं. आशीष पटेल को एमएलसी बनवाने के लिए अनुप्रिया पटेल ने पार्टी में विद्रोह तक किया था. उनकी मां व अपना दल (क) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल आशीष पटेल को विधान परिषद भेजना नहीं चाहती थीं. इसी बात को लेकर अनुप्रिया पटेल व मां कृष्णा पटेल के बीच दूरियां बढ़ गई थीं. फिलहाल आशीष पटेल योगी सरकार में कैबिनट मंत्री हैं. साथ ही वो साल 2024 तक विधान परिषद के सदस्य हैं.

ये भी पढ़ें : विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा के लिए अपना दल (s) ने शुरू की तैयारी

13 सीटों के लिए होना है चुनाव: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की कुल 100 सीटें हैं. जिनमें से 13 विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल 6 जुलाई को समाप्त होने वाला है. जिसके चलते विधान परिषद की इन 13 सीटों पर 20 जून को चुनाव होना है. इसके लिए नामांकन 2 से 9 जून तक दाखिल किए जाएंगे. 10 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 13 जून तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.