लखनऊ: उत्तर प्रदेश के B.Ed. कॉलेजों में दाखिले के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग की प्रक्रिया 17 सितंबर से शुरू होगी. लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से बुधवार देर शाम इसका कार्यक्रम जारी कर दिया गया है. लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि यह आनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया तीन चक्रों (मेन काउंसलिंग, पूल काउंसलिंग एवं सीधे प्रवेश) में होगी. इस प्रक्रिया में प्रदेश के 16 राज्य विश्वविद्यालयों के अन्तर्गत 2479 राजकीय/सहायता प्राप्त महाविद्यालय/स्ववित्तपोषित महाविद्यालय सम्मिलित हैं.
पहले दिन से ही प्रवेश परीक्षा में दाखिले के लिए योग्य अभ्यर्थियों को लविवि की वेबसाइट पर लॉगइन करके काउंसिलिंग के लिए अपना ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा. ऑनलाइन ऑफ कैंपस काउंसिलिंग का विस्तृत कार्यक्रम लविवि की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है.
बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा की राज्य समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया कि पंजीकरण के बाद अभ्यर्थी काउंसलिंग शुल्क एवं अग्रिम शुल्क जमा करके विश्वविद्यालय या महाविद्यालय का चयन कर सकते हैं. बीएड प्रवेश परीक्षा की राज्य समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेई ने बताया कि गत 6 अगस्त को बीएड प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी. जिसका परिणाम 27 अगस्त को जारी किया गया था. इसमें पांच लाख 30 हजार अभ्यर्थी सफल हुए थे.
इन विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों के अन्तर्गत बी.एड. में प्रवेश के लिए सीटों की कुल संख्या 2,35,310 है. इनमें से 7,830 सीटें विश्वविद्यालय/ राजकीय/सहायता प्राप्त महाविद्यालयों की हैं जबकि 2,27,480 सीटें स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों की हैं. इसके अतिरिक्त प्रत्येक महाविद्यालय में आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 10 प्रतिशत अतिरिक्त सीटें उपलब्ध होंगी. ई.डब्ल्यू.एस. की सुविधा सरकारी, अनुदानित, गैर अनुदानित एवं स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में होगी किन्तु अल्पसंख्यक संस्थानों में यह सुविधा नही होगी.
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इनका बातों का रखें विशेष ध्यान
- अभ्यार्थी अपनी रैंक के अनुसार काउंसलिंग के लिए अपना पंजीकरण कर सकते हैं. ऑनलाइन आफ-कैम्पस काउंसलिंग का विस्तृत कार्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर शीघ्र ही उपलब्ध होगा.
- अभ्यार्थी काउंसलिंग प्रक्रिया आरंभ होने के पूर्व काउंसलिंग के लिए आवंटित समस्त अभिलेखों/प्रपत्रों को एकत्र कर लें.
- काउंसलिंग के साथ ही महाविद्यालय शुल्क की भी व्यवस्था कर लें.
- यदि किसी अभ्यार्थी के पास अर्हता परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण पत्र अभी तक नहीं उपलब्ध हो सका है तो वे अपने विश्वविद्यालय के कुलसचिव अथवा परीक्षा नियंत्रक से शीघ्र संपर्क कर इसकी व्यवस्था कर लें.
- अभ्यार्थी ’’च्वाइस-फिलिंग’’ प्रक्रिया में विश्वविद्यालय/महाविद्यालय चयन के पूर्व वेबसाइट पर उपलब्ध विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों की सूची से अपनी पसंद के बी.एड. महाविद्यालयों के कोड नोट कर लें तथा उन्हें अपनी रूचि के क्रम में अधिकाधिक संख्या में भरें. जिससे वे अपने वांछित विश्वविद्यालय/महाविद्यालय में प्रवेश प्राप्त कर सकें.