लखनऊ: जिले के होटल लेवाना (Fire in Lucknow Hotel Levana) में सोमवार को भीषण आग लग गई. इस आग हादसे ने करीब 4 साल पहले लखनऊ के चारबाग के होटल विराट और एसजेएस में हुए अग्निकांड की याद दिला दी है. इन दोनों होटलों में हुए अग्निकांड में 7 (7 people died fire in Lucknow hotel) लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद इन दोनों होटलों को लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) ने ध्वस्त कर दिया था.
इन होटलों के निर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और इंजीनियरों पर अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है. केवल इंजीनियरों को सूचीबद्ध करके ही जिम्मेदारी पूरी कर ली गई है. यह घटना 19 जून 2018 की है. जिसके बाद में राजधानी के नाका चारबाग इलाके में अवैध होटल विराट और एसएसजे इंटरनेशनल को संरक्षण देने वाले जिम्मेदार अधिकारियों और इंजीनियरों के नाम की लिस्ट शासन को भेज दी गई है. जोन 6 के अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह के निर्देश पर उन इंजीनियरों की सूची भेजी गई थी, जो वर्ष 2010 से 2017 तक नाका थाना के चारबाग क्षेत्र में तैनात थे.
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19 जून 2018 को होटल अग्निकांड (fire in Lucknow hotel Responsible still free) में सात लोगों की मौत हुई. इसी मामले में सिर्फ अभियंताओं पर कार्रवाई करने के लिए एलडीए से लिस्ट तलब की गई. अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह के नेतृत्व में तैनात रहे अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अवर अभियंता पद के 25 लोगों के नाम की लिस्ट शासन को भेज दी गई. अब इन अभियंताओं के तैनाती स्थल के आधार पर जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
इसके बाद में एक और सूची बनी जिसमें अभियंताओं के अलावा पीसीएस अधिकारियों का भी नाम शामिल था, लेकिन धीरे-धीरे पूरी जांच ऐसे ही धरी रह गई है. लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के जिम्मेदार सभी अभियंता और अधिकारी अब तक आजाद है और 7 मौतों का मामला दब चुका है.
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