लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र कल्याण छात्रवृत्ति के लिए 50 छात्र-छात्राओं का चयन मंगलवार को किया गया. इसके लिए कुलपति द्वारा गठित समिति ने कार्यालय में जमा किए गए 245 आवेदन पत्रों की जांच के बाद योग्यता के आधार पर छात्र-छात्राओं का चयन किया. छात्र कल्याण छात्रवृत्ति के लिए छात्रों की इस चयन प्रक्रिया में इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि सभी संकायों/विभागों को उचित प्रतिनिधित्व मिल सके.
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में चयनित छात्रों को बधाई देते हुए कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि एनईपी 2020 के क्रियान्वयन की दिशा में लखनऊ विश्वविद्यालय ने पिछले दो वर्षों में छात्र कल्याण के लिए छात्रवृत्ति एवं उनके समावेशी विकास के लिए अनेक कदम उठाये हैं, ‘छात्र कल्याण छात्रवृत्ति’ उनमें से एक है. इसके तहत उन ज़रूरतमंद छात्रों को एक सत्र में 15 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय तीन लाख से कम हो और किसी अन्य स्रोत से कोई छात्रवृत्ति न मिल रही हो.
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अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा शुरू की गई छात्रहित की इन योजनाओं को सभी छात्र-छात्राओं ने बेहद सराहा है. उन्होंने यह भी बताया कि सभी चयनित छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति आरटीजीएस के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते मे भेजी जा रही है.
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह, कुलानुशासक प्रोफेसर राकेश द्विवेदी, अतिरिक्त अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. अलका मिश्रा, प्रोफेसर अमृतांशु शुक्ल, प्रो. संगीता साहू, डाॅ. ज्योत्सना सिंह भी मौजूद रहे. उन्होंने छात्रों को उनके शैक्षणिक विकास और स्वर्णिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. कार्यक्रम में आए सभी छात्र-छात्राओं ने कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को धन्यवाद देते हुए कहा कि कुलपति द्वारा छात्र हित में उठाये गये कदम उनकी शिक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं.
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