लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वन महोत्सव के तहत रविवार को एक दिन में 25 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, जो एक रिकार्ड होगा. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुलतानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे पौधरोपण करेंगे. वहीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल झांसी में सिमरधा डैम पर स्मृति वाटिका की स्थापना करेंगी. जिले के प्रभारी मंत्री और नोडल अधिकारी भी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में पौधरोपण करने के साथ इसकी भी निगरानी करेंगे.
वन मंत्री दारा सिंह चौहान भी सुलतानपुर में मुख्यमंत्री के साथ पौधा रोपेंगे. अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह राज्यपाल के साथ झांसी में मौजूद रहेंगे. पौधारोपण के सभी स्थलों की जियो टैगिंग की जाएगी. महिलाओं और बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए इस बार भी बड़ी संख्या में सहजन के पौधे लगाए जाएंगे. इसके अलावा 19 से अधिक फलदार पौधे भी लगाए जाएंगे. रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने वाले भी करीब 20 प्रजातियों के पौधे भी इस अभियान में रोपे जाएंगे. वन विभाग ने रविवार शाम छह बजे तक 25 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर ट्वीट किया है उन्होंने कहा कि वन है तो कल है. प्रकृति और पर्यावरण में समन्वय व संतुलन जीवन का आधार है. इनका संरक्षण हमारा दायित्व है. उन्होंने बताया कि आज (रविवार) 'वृक्षारोपण जन आन्दोलन' के तहत 25 करोड़ पौदे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया है कि आइए, कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हए वृक्षारोपण के इस महाअभियान को सफल बनाएं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में अब तक वन महोत्सव के दौरान अलग-अलग प्रजातियों के 60,24,46,551 पौधे लगाए जा चुके हैं. पर्यावरण दिवस और ऐसे ही अन्य अवसरों पर लगने वाले पौधों की संख्या इसके अतिरिक्त है. इस तरह इस साल मिशन 30 करोड़ के इन पौधों की संख्या को जोड़ दें, तो यह संख्या सौ करोड़ के करीब होगी फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की वर्ष 2019 की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 2017 की तुलना में वनावरण में 127 किलोमीटर की वृद्धि हुई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश का वृक्षावरण राष्ट्रीय औसत 2.89 फीसदी की तुलना में 3.05 फीसदी है.
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल झांसी में सिमरधा डैम पर स्मृति वाटिका की स्थापना करेंगी. इसके तहत वह वहां पर पोषक तत्वों और औषधीय गुणों से भरपूर पौधे लगाएंगी. स्मृति वाटिका में पौधों की कुल संख्या करीब पांच हजार होगी. स्मृति वाटिका झांसी से करीब 8 किमी दूर झांसी-ग्वालियर मार्ग पर पहुज नदी के किनारे बने सिमरधा बंधे के पहुंच मार्ग पर है. इसके एक ओर पहुज नदी का विशाल जलभराव वाला क्षेत्र है, तो दूसरी ओर हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले ध्यानचंद की विशाल प्रतिमा है.
पौधरोपण अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है. वन विभाग इसकी नोडल एजेंसी है. 26 अन्य विभाग इसमें सहयोग कर रहे हैं. इन विभागों को कुल 19.20 करोड़ पौधरोपड़ का लक्ष्य दिया गया है. बाकी 10.80 करोड़ पौधे वन विभाग लगाएगा. कृषि जलवायु क्षेत्र के अनुसार हर जिले में लोगों की मांग के अनुसार समय से पौधे उपलब्ध हों, इसके लिए वन विभाग की 1813 पौधशालाओं में 42.17 करोड़ पौध तैयार है. रेशम और उद्यान विभाग की नर्सरियों में पौध तैयार की गई है. पारदर्शिता के लिए जो विभाग पौधे लगाएगा, वह उस जगह की जिओ टैंगिग भी कराएगा.