कानपुर: जिले में आयकर विभाग ने रियल स्टेट से जुड़े कारोबारी के घर पर छापेमारी की है. बुधवार की सुबह कल्याणपुर के नवशील धाम सोसाइटी में रहने वाले राकेश यादव के घर इनकम टैक्स विभाग की एक टीम अचानक पहुंची और घर में मौजूद लोगों और उससे पूछताछ करने लगी. साथ ही जरूरी दस्तावेज भी खंगालने लगी. हालांकि राकेश यादव का रियल स्टेट के अलावा और कई व्यापार हैं, जिनमे मुख्य रूप से प्लास्टिक फैक्ट्री, गारमेंट्स की फैक्ट्री, प्रिंटिंग प्रेस जैसे कई व्यापार हैं. आयकर विभाग ने राकेश यादव की प्लास्टिक फैक्ट्री जोकि बर्रा क्षेत्र के कारगिल पेट्रोल पंप के पास स्थित है.
वहां पर भी छापेमारी की है और साथ ही दिबियपुर में भी एक फैक्ट्री जो की राकेश यादव की है उस पर छापेमारी की है. सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग को घनाराम इन्फ्रा कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीनों का बैनामा कराने के नाम पर धांधली की शिकायत मिली थी. इसी मामले में आयकर विभाग ने कंपनी के कानपुर, लखनऊ, दिल्ली, झांसी समेत कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की. घनाराम इंफ्रा कंपनी दिल्ली में पंजीकृत है और इसमें बिशन सिंह, श्याम सुंदर सिंह, धनाराम और गुलराज कौर निदेशक मंडल में हैं.
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राकेश की कंपनी का भी संबंध घनाराम इन्फ्राटेक कंपनी से होने की जानकारी सामने आई है. इसके चलते आयकर विभाग की एक टीम ने सुबह से राकेश के घर पर छापा मारकर जांच शुरू कर दी है. झांसी स्थित घनाराम इंफ्रा में राकेश यादव साझेदार के रूप में हैं. आयकर विभाग की टीम बुधवार सुबह इन सभी स्थानों पर एक साथ पहुंची और कार्रवाई शुरू की है. नवशील धाम में करीब 5 वर्ष पहले राकेश रहने आए थे. इससे पहले वह एक बड़े कारोबारी के फ्लैट में रहते थे, जिनका देश में केबल नेटवर्क का कारोबार है. राकेश की दिबियापुर में प्लास्टिक फैक्ट्री है, जिसमें सीमेंट और खाद की बोरियां बनती हैं. उन्नाव में जींस का कारखाना है. कारगिल पैट्रोल पंप बर्रा के पास छपाई का कारखाना भी है. आयकर विभाग ने इन सभी स्थानों को जांच के दायरे में लिया.
नवशील धाम में रहने वाले लोगों के मुताबिक बिठूर क्षेत्र में भी उनकी संपत्ति हैं. राकेश के रीयल एस्टेट कारोबार में राजनीति से जुड़े कई लोगों का धन लगा है. उसने कानपुर नगर निगम में कई वर्ष तक ठेकेदारी भी की है.
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