कानपुर: शहर की पहचान औद्योगिक नगरी के तौर पर की जाती है. शहर का औद्योगिक विकास हो सके, इस उद्देश्य के साथ अब यहां रैपिड रेल दौड़ाने की तैयारी की जा रही है. इसका पूरा खाका शहर के प्रशासनिक अफसरों ने तैयार कर लिया है. शासन में मंथन के कई दौर भी हो चुके हैं. अब आगामी 23 अगस्त को इस परियोजना के लिए सैद्धांतिक सहमति पर अंतिम मुहर लग जाएगी.
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल कानपुर और लखनऊ के बीच यह रैपिड रेल चलेगी. गंगा बैराज से लेकर अमौसी तक इसका ट्रैक बिछाया जाएगा. प्रमुख सचिव आवास नितिन गोकर्ण के सामने शहर के कमिश्नर, डीएम, केडीए उपाध्यक्ष, रैपिड रेल परियोजना के लिए गठित अध्ययन समिति के सदस्य इसका प्रेजेंटेशन देंगे.
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दरअसल, शहर में उद्यमियों, चिकित्सकों और शिक्षकों समेत कई अन्य वर्ग के लोगों का कहना था कि जब उन्हें अमौसी एयरपोर्ट जाना होता है तो कई घंटों तक जाम में फंसना पड़ता है. उद्यमी तो बहुत अधिक निराश हो जाते थे और वह जाम के झंझट की वजह से शहर में निवेश करने से कतराते थे. हालांकि, रैपिड रेल परियोजना के कारण शहर का चहुंमुखी विकास हो सकेगा.
23 अगस्त को शासनस्तर पर एक बैठक होनी है. इसमें शहर के रैपिड रेल परियोजना को लेकर बात होगी. काफी हद तक इस परियोजना का खाका खींचा जा चुका है. शासन से स्वीकृति मिलते ही इस परियोजना को लेकर काम शुरू किया जायेगा.
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