कानपुर: साइबर ठगों ने कानपुर में पंजाब नेशनल बैंक को 33.65 लाख रुपये की चपत लगा दी. ठगों ने मोटरसाइकिल एजेंसी नॉर्दन मोटर्स के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनायी और पंजाब नेशनल बैंक से 33,65,356 रुपये की ठगी कर डाली. ठगों ने अलग-अलग बैंक खातों में यह रकम ट्रांसफर करवाई थी. बैंक प्रबंधक को जब शक हुआ, तो उन्होंने क्राइम ब्रांच जानकारी दी. क्राइम ब्रांच की टीम ने ट्रांजेक्शन रुकवा दिये. इस मामले में टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
पीएनबी बैंक की फीलखाना ब्रांच के मुख्य प्रबंधक विपिन कुमार ने बताया कि 23 नवंबर को शाम 5.51 बजे नॉर्दन मोटर्स से पहले एक मेल आया. इसके बाद बैंक के शाखा प्रबंधक विनोद कुमार अरोड़ा के फ़ोन पर काल आई. बताया गया कि फर्म की आरटीजीएस अभी तक नहीं हुई. इसके लिए कॉलर ने प्राधिकार पत्र मेल किया था. ट्रूकॉलर में यह फोन नंबर राजुल खन्ना नाम के एजेंसी पार्टनर का दिखा. मेल से मिले प्राधिकार पत्र और लेटर पैड बैंक के रिकॉर्ड से मेल खा रहे थे.
इसके आधार पर बैंक ने 33,65,356 रुपये 4 अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद उसी नंबर से फ़ोन आने लगे आरटीजीएस करने के लिए. बैंक मैनेजर को कॉलर के व्यवहार से कुछ शंका हुई. जब बैंक ने राजुल खन्ना के नम्बर पर बात की, तो उन्होंने फर्जी ईमेल होने की बात कही. बैंक ने ट्रांजेक्शन कैंसिल करने की रिक्वेस्ट डाल दी, क्योंकि आरटीजीएस से पैसा ट्रांसफर होने में करीब 1 से 2 घंटे लगते हैं.
शातिर साइबर ठगों ने आईसीआईसीआई बैंक में ट्रांसफर हो चुके 6,65,206 रुपये से फ्लिपकार्ट पर शॉपिंग कर ली. मामला क्राइम ब्रांच के पास पहुंचा, तो जांच करते हुए टीम को अजय, गुलशन कुमार तिवारी, अभिषेक कुमार, रणजीत कुमार गिरी के नाम मिले.
इनके खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए थे. इनकी तलाश शुरू की गयी. क्राइम ब्रान्च की टीम ने सम्बंधित बैंक और मर्चेंट से संपर्क किया और बाकी के 26,08,889 रुपये फ्रीज करा दिए. क्राइम ब्रांच की टीम ने सुजीत कुमार पुत्र लक्छन शाह निवासी गांव सिसुआ पोस्ट सिसुआ बाजार थाना पहाड़पुर पूर्वी चंपारण और विकास कुमार ठाकुर पुत्र अजय ठाकुर निवासी मतीयरैया पोस्ट मकुआ थाना हर्षिती पूर्वी चंपारण को गिरफ्तार कर लिया.
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