कानपुर: जिले के जाजमऊ इलाके में रहने वाले कुलदीप यादव का चयन वर्ल्ड कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में हो गया है. वर्ल्ड कप के लिए जैसे ही इंडियन क्रिकेट टीम में खिलाड़ियों की लिस्ट फाइनल हुई तो उसमें चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव के नाम पर मुहर लगते ही जिले में खुशी की लहर दौड़ गई. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान क्रिकेटर कुलदीप यादव के गुरु कपिल देव पांडेय ने बताया कि महज 9 साल की उम्र में उनके पास क्रिकेट के गुर सीखने कुलदीप यादव आए थे.
कुलदीप यादव का वर्ल्ड कप टीम में हुआ चयन
- जिले के जाजमऊ इलाके में रहने वाले चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव का चयन वर्ल्ड कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में हो गया है.
- जाजमऊ में चलना वाला रोवर्स मैदान वह छोटा सा मैदान है, जहां 1994 में पहली बार गेंदबाजी करने कुलदीप यादव आए थे.
- गुरु कपिल देव पांडेय ने अपने स्टूडेंट के टैलेंट को न सिर्फ परखा बल्कि ऐसा तराशा कि एक साधारण से गेंदबाज को चाइनामैन बॉलर बना दिया.
आखिर कैसे बने कुलदीप यादव चाइनामैन बॉलर
कुलदीप ने शुरुआत मीडियम पेस बॉलिंग से की थी. लेकिन गुरु कपिल देव ने उनको स्पिन करने की सलाह दी. जब कोच की बात मानकर कुलदीप यादव ने स्पिन बॉलिंग की तो महज 4 गेंदों के अंदर सामने खड़े बल्लेबाज को बोल्ड कर दिया. उनके एक्शन को लेकर कोच ने उनका नाम चाइनामैन रख दिया.