गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन कोरोना और करंट लगने से मृत्यु के शिकार हुए युवकों के परिजनों को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता का चेक प्रदान किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के गायत्रीनगर झरना टोला की रहने वाली उर्मिला और कलावती को दो-दो लाख का चेक देकर आर्थिक मदद दी.
मंडल आयुक्त कार्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी और एडीजी अखिल कुमार ने पुष्प देकर स्वागत किया. गोरखपुर के जिलाधिकारी विजय किरण आनंद, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा समेत गोरखपुर मंडल के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के गायत्री नगर झरना टोला की रहने वाली उर्मिला और कलावती को दो-दो लाख का चेक देकर आर्थिक मदद दी.
गायत्रीनगर झरना टोला की रहने वाली उर्मिला के पति भोला प्रसाद (41) का साल 2020 में कोरोना से निधन हो गया. उसके बाद से ही उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. उर्मिला बताती हैं कि उन्हें पहली आर्थिक सहायता के रूप में दो लाख का चेक मिला. पति की मृत्यु के बाद कोरोना से निधन का शिकार हुए परिवार को मिलने वाली आर्थिक मदद भी उन्हें नहीं मिली है.
इसे भी पढे़ंः यूपी सरकार जल्द ही इन जिलों में करेगी जनसुविधा केंद्रों का शिलान्यास
वे कहती हैं कि उनके तीन बच्चे हैं. बड़ी बेटी वैष्णवी 15 साल की है. दूसरी बेटी अक्षरा 13 साल की है. बेटा चिराग 6 साल का है. चिराग सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर काफी खुश है. उसने बताता है कि योगी बाबा ने उसे चॉकलेट दी है. उन्होंने पूछा है कि पढ़ते हो कि नहीं. उसने बताया कि वो खूब पढ़ेगा. तहसीलदार सदर वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि शासन के निर्देश के क्रम में लगातार पीड़ितों को आर्थिक सहायता दी जा रही है. इसी क्रम में रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दो पीड़ित परिवारों को दो-दो लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत सहायता कोष के माध्यम से दिया गया है.
उर्मिला सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हुए कहती हैं कि उनके ऊपर तीन-तीन बच्चों के परवरिश की जिम्मेदारी है. इसके लिए उन्हें सरकारी नौकरी मिल जाती तो वे बच्चों का लालन-पालन कर पाती. उन्होंने बताया कि उनके पास आमदनी का कोई जरिया नहीं है. मृत्यु के पहले पति बीमार रहते रहे हैं. इसके बाद कोविड का शिकार हो गए. सरकार से उन्हें मदद की उम्मीद है. उर्मिला के बच्चों को माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु होने की दशा में हर माह मिलने वाली आर्थिक मदद भी नहीं मिल रही है. जिसकी उनके बच्चों की परवरिश के लिए दरकार है.
गोरखपुर के गायत्री नगर झरना टोला की रहने वाली कलावती बताती है कि उनका इकलौता बेटा पंकज पासवान (21) मजदूरी करता रहा है. उसकी करंट लगने से मौत हो गई. इकलौते बेटे की मौत का गम उन्हें सताता रहता है. उनकी तो आंख के आंसू भी अभी बेटे की याद करते हुए नहीं सूखे हैं. जब भी उन्हें लाडले पंकज की याद आती है, आंखों से आंसू निकल पड़ते हैं. कलावती बताती हैं कि कैसे उनका इकलौता बेटा करंट का शिकार हो गया. वे कहती हैं कि वो ही उनके बुढ़ापे का सहारा था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें दो लाख रुपये का चेक देकर मदद की है. वे उनका धन्यवाद देती हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप