गोरखपुर: कोरोना से बचाव को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह एक्टिव हो गया है. शासन से मिली गाइडलाइन के अनुसार स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने, लोगों को जांच के प्रति जागरूक करने और सतर्कता बरतने को लेकर जिलाधिकारी ने पूरी तरह से रोडमैप तैयार कर लिया है. उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए लोगों से अपील की है कि अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए अगर थोड़े भी सिम्टम्स आपको दिखाई दे रहे हों तो कोरोना की जांच जरूर कराएं. इसके लिए 24 घंटे जांच की सुविधा जिला अस्पताल के बगल में उपलब्ध है. इसके अलावा जिला प्रशासन ने जांच के लिए जिन लोगों को सबसे पहले चिह्नित किया है, उसमें ठेले-खोमचे वाले, सब्जी बेचने वाले, मेकअप मैन और ट्रांसपोर्टर तो शामिल हैं ही, साथ ही बाहर से आने वाले फ्लाइट और रेलवे के यात्रियों पर भी अब जांच को लेकर प्रशासन तेजी दिखाने में जुट गया है.
कोरोना से बचाव की तैयारियां शुरू
बात करें तो इस माह के शुरुआती दिनों में प्रतिदिन कभी एक भी नहीं तो कभी 2 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या होती थी, लेकिन अभी प्रतिदिन 6 से 8 के बीच यह संख्या पहुंच रही है. ऐसे में जबकि जांच का आंकड़ा काफी कम है. इसे देखते हुए जिला अस्पताल और प्रशासन ने कोविड-19 से बचाव की तैयारी शुरू कर दी है. अब मरीज के साथ तीमारदार बिना मास्क के अस्पताल में प्रवेश नहीं कर पाएंगे. साथ ही गेट पर ट्रॉयज एरिया बनाया जाएगा, जहां पर पहुंचने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही हाथ भी सैनिटाइज कराए जाएंगे. वहीं, एयरपोर्ट पर यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यहां आने-जाने वाले यात्रियों का सैनिटाइजेशन और जांच हो रही है.
बाहरी राज्यों और विदेशों से आने वालों का कराया जाएगा एंटीजन और RT-PCR टेस्ट
डीएम के. विजेंद्र पांडियन ने कहा कि है कि देश के 5 राज्यों में बढ़ते कोरोना मामले को देखते हुए दूसरे राज्यों, विदेशों से आने वालों के साथ गंभीर मरीजों का तत्काल एंटीजन किट से जांच कराई जाएगी और rt-pcr के लिए भी उनके नमूने लिए जाएंगे. उन्होंने अपील की है कि लोग कोरोनावायरस से बचाव का पालन करें.
जिले में अब तक सामने आए कोरोना के 21,555 मरीज, 366 की हुई मौत
सीएमओ डॉक्टर सुधाकर पांडेय के अनुसार, जिले में अब तक 21 हजार 555 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इसमें से 21,133 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और 366 की मौत हो चुकी है. अभी 56 सक्रिय मरीज हैं, लेकिन कोरोना का वर्तमान स्वरूप देखते हुए उसके लौटने के आसार दिखाई दे रहे हैं, ऐसे में लोग सतर्कता बरतें.
रेलवे स्टेशन पर शुरू हुई 24 घंटे कोरोना की जांच
एयरपोर्ट पर 10 दिन पहले कोरोना जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. रेलवे स्टेशन पर भी अब 24 घंटे कोरोना जांच शुरू हो गई है. गेट नंबर पांच पर एक बूथ बनाया गया है, जहां तीन शिफ्ट में लैब टेक्नीशियन और स्वास्थ्यकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है. गेट नंबर 2, 3 और 4 पर भी दो-तीन दिन में बूथ बना दिए जाएंगे. जीआरपी और आरपीएफ के सिपाही लोगों को प्रेरित कर बूथ तक ला रहे हैं, जिनकी एंटीजन किट से जांच की जा रही है. लक्षण दिखने पर रियल टाइम पालीमरेज चेन रिएक्शन अर्थात RT-PCR की जांच के लिए भी नमूने लिए जाएंगे. फिलहाल रेलवे स्टेशन से अभी तक कोई कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया है.