फिरोजाबाद: जनपद में यमुना नदी के किनारे बसे 34 गांवों का यूपी सरकार कायाकल्प कराएगी. इस योजना के पीछे सरकार की मंशा यमुना नदी को स्वच्छ कराने (Yamuna river pollution free in Firozabad) की है. ग्राम पंचायतों ने कार्य योजना बनाकर शासन को भेज दी है. धनराशि मिलने के बाद इन गांवों का कायाकल्प शुरू हो जाएगा.
योगी सरकार (Yogi government initiative in Firozabad) यमुना नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाने पर जोर दे रही है. इस योजना के तहत नाले, नालियों का गंदा पानी यमुना में डालने से रोकने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. नमामि गंगे योजना (Namami Gange Scheme) के तहत फिरोजाबाद में गांव सोफीपुर और बासठ के पास करोड़ों रुपये खर्च कर प्लांट लगाया था. इसके जरिए गंदे पानी को साफ कर उसे यमुना नदी में डाला जा रहा है.
जिले के करीब 34 गांवों को चिन्हित कर उनका (Yamuna river pollution free in Firozabad) कायाकल्प करने की योजना तैयार की गई है. यह ऐसे गांव हैं जो यमुना नदी के किनारे बसे हैं. इन गांवों में गंदे पानी और कूड़ा निस्तारण के लिए सोकपिट और कम्पोस्ट पिट बनेंगे. इसके साथ ही घाटों, नदी के आस-पास के मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाएगा. वहीं, स्वच्छता के लिए लोगों को भी जागरुक किया जाएगा.
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जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा ने बताया कि इन गांवों का विकास वन विभाग और पंचायती राज विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कराया (Yamuna river pollution free in Firozabad) जाएगा. ग्राम पंचायतों द्वारा कार्य योजना बनाकर सौंपी गई है, जिसे मंजूरी के लिए शासन को भेजा गया है. उन्होंने बताया कि धनराशि मिलने के बाद यमुना नदी के किनारे घाटों का निर्माण होगा, मंदिरों का जीर्णोद्धार होगा, गांव में रोशनी के लिए स्ट्रीट लाइट्स लगेंगी. सोकपिट और कम्पोस्ट पिट बनाए जाएंगे. इन गांवों में पौधरोपण के साथ सामुदायिक शौचालय, शवदाहगृह बनेंगे. कुछ पंचायतों में तालाबों के सुधार का काम, यमुना थीम कार्य उपवन, ओपन जिम और स्वीमिंग पूल के निर्माण का भी प्रस्ताव कार्य योजना में शामिल किया गया है.
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