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बुलंदशहर हिंसा में शहीद की पत्नी का छलका दर्द, कहा- अपराधियों का हो एनकाउंटर

यूपी के बुलंदशहर जिले में 3 दिसंबर 2018 को हुई हिंसा के आरोपी शिखर अग्रवाल को केंद्र सरकार की योजना के प्रचार-प्रसार के लिए जिले का महामंत्री बनाया गया है. जिले में हुई हिंसा में शहीद हुए स्याना कोतवाली के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी रजनी सिंह ने इसको लेकर विरोध जताया है.

शिखर अग्रवाल बनाए गए महामंत्री.
शिखर अग्रवाल बनाए गए महामंत्री.
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Published : Jul 18, 2020, 7:24 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: 3 दिसंबर 2018 को जिले में हुई हिंसा में स्याना कोतवाल सुबोध कुमार सिंह शहीद हो गए थे. इस हिंसा में शिखर अग्रवाल को भी आरोपी बताया गया था. वहीं शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान से जोड़कर महामंत्री बनाए जाने का शहीद की पत्नी ने विरोध किया है. ईटीवी भारत से बातचीत में शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी रजनी सिंह ने कहा कि अपराधियों का महिमामंडन किया जा रहा है, जिससे वे बहुत आहत हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों को गैंगस्टर विकास दुबे की तरह सही जगह पर पहुंचा देना चाहिए.

जानकारी देते अनिल सिसोदिया.

बुलंदशहर जिले में केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए शिखर अग्रवाल को महामंत्री बनाया गया है. इसको लेकर शहीद सुबोध सिंह की पत्नी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि अपराधियों का महिमामंडन किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए. आरोपी को महामंत्री बनाए जाने का वह कड़ा विरोध करती हैं. रजनी सिंह ने बताया कि ऐसे आरोपियों को पद देने से समाज में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है.

रजनी सिंह ने कहा कि वह सरकार से अपील करती हैं कि जैसे विकास दुबे का अंत किया गया. ऐसे ही शहीद सुबोध सिंह के हत्यारों का अंत किया जाए. उन्होंने कहा कि वह स्याना हिंसा की जांच से संतुष्ट नहीं हैं. साथ ही आरोप लगाया कि हिंसा की जांच में लापरवाही बरती जा रही है.

जमानत पर चल रहे चिंगरावटी कांड के मुख्य आरोपी शिखर अग्रवाल को बीजेपी जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया ने महामंत्री पद का मनोनयन पत्र सौंपा है. बुलंदशहर जिले के बहुचर्चित स्याना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत चिंगरावटी पुलिस चौकी पर 3 दिसम्बर 2018 हिंसा हुई थी. इस दौरान स्याना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार समेत दो लोगों की मौत हुई थी. वहीं 27 नामजद के साथ 50 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. हिंसा के दौरान पुलिस चौकी समेत वहां मौके पर खड़े पुलिस वाहनों के अलावा अन्य वाहनों को भी तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया गया था. इस हिंसा का आरोपी शिखर अग्रवाल अभी जमानत पर बाहर है.

बीजेपी जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया ने बताया कि कोई भी एनजीओ बना सकता है. बीजेपी में इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. गौरतलब है कि जिस अभियान से हिंसा के आरोपी शिखर अग्रवाल को जोड़ा गया है, यह अभियान केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही तमाम योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए चलाया जा रहा है.

शहीद की पत्नी का छलका दर्द

इसे भी पढ़ें- बुलंदशहर में दो और शिक्षिकाएं फर्जी तरीके से करती मिलीं नौकरी

बुलंदशहर: 3 दिसंबर 2018 को जिले में हुई हिंसा में स्याना कोतवाल सुबोध कुमार सिंह शहीद हो गए थे. इस हिंसा में शिखर अग्रवाल को भी आरोपी बताया गया था. वहीं शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान से जोड़कर महामंत्री बनाए जाने का शहीद की पत्नी ने विरोध किया है. ईटीवी भारत से बातचीत में शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी रजनी सिंह ने कहा कि अपराधियों का महिमामंडन किया जा रहा है, जिससे वे बहुत आहत हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों को गैंगस्टर विकास दुबे की तरह सही जगह पर पहुंचा देना चाहिए.

जानकारी देते अनिल सिसोदिया.

बुलंदशहर जिले में केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए शिखर अग्रवाल को महामंत्री बनाया गया है. इसको लेकर शहीद सुबोध सिंह की पत्नी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि अपराधियों का महिमामंडन किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए. आरोपी को महामंत्री बनाए जाने का वह कड़ा विरोध करती हैं. रजनी सिंह ने बताया कि ऐसे आरोपियों को पद देने से समाज में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है.

रजनी सिंह ने कहा कि वह सरकार से अपील करती हैं कि जैसे विकास दुबे का अंत किया गया. ऐसे ही शहीद सुबोध सिंह के हत्यारों का अंत किया जाए. उन्होंने कहा कि वह स्याना हिंसा की जांच से संतुष्ट नहीं हैं. साथ ही आरोप लगाया कि हिंसा की जांच में लापरवाही बरती जा रही है.

जमानत पर चल रहे चिंगरावटी कांड के मुख्य आरोपी शिखर अग्रवाल को बीजेपी जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया ने महामंत्री पद का मनोनयन पत्र सौंपा है. बुलंदशहर जिले के बहुचर्चित स्याना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत चिंगरावटी पुलिस चौकी पर 3 दिसम्बर 2018 हिंसा हुई थी. इस दौरान स्याना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार समेत दो लोगों की मौत हुई थी. वहीं 27 नामजद के साथ 50 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. हिंसा के दौरान पुलिस चौकी समेत वहां मौके पर खड़े पुलिस वाहनों के अलावा अन्य वाहनों को भी तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया गया था. इस हिंसा का आरोपी शिखर अग्रवाल अभी जमानत पर बाहर है.

बीजेपी जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया ने बताया कि कोई भी एनजीओ बना सकता है. बीजेपी में इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. गौरतलब है कि जिस अभियान से हिंसा के आरोपी शिखर अग्रवाल को जोड़ा गया है, यह अभियान केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही तमाम योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए चलाया जा रहा है.

शहीद की पत्नी का छलका दर्द

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Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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