बरेली: उद्योगपति और प्लाईवुड फैक्ट्री के मालिक संजीव गर्ग हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपियों में से दो को फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से फिरौती में ली गई लगभग 5 लाख और 2 किलो की सोने की 2 ईंटें बरामद की हैं. आरोपियों ने पहले 5 लाख में संजीव की हत्या की सुपारी ली थी और फिर छोड़ने के बदले 2 करोड़ रुपये और 20 सोने की ईंटों को लिया था. उसके बावजूद भी आरोपियों ने फैक्ट्री मालिक संजीव की हत्या कर दी थी. उन दोनों आरोपियों की शिनाख्त दीपक सोनी और राजवीर सिंह के रूप में हुई है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने बताया कि संजीव की फैक्ट्री में उनके साढू के दो लड़के गौरव मित्तल उर्फ सोनू और सौरभ मित्तल उर्फ मोनू कई वर्षों से काम करते थे. उनकी गलत हरकतों की वजह से संदीप ने उन्हें फैक्ट्री से निकाल दिया था. इस बात से वे दोनों नाराज थे.
उन्होंने बताया कि सोनू और मोनू ने 1 साल पहले सुपारी किलर विकास कश्यप से मुलाकात कर अपने मौसा संजीव की हत्या कराने की सुपारी दी, जिसके बाद सुपारी किलर संजीव की रेकी करने लगे. वे लोग पल-पल संजीव के घर पर नजर रखे हुए थे. घटना वाले दिन भी उन्होंने रेकी कर घटना को अंजाम दिया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब आरोपियों ने संजीव गर्ग को अपने कब्जे में लिया तो उन लोगों ने उसकी हत्या के लिए 5 लाख की सुपारी ली है, जिसके बाद संजीव ने बदमाशों से छोड़ने की गुहार लगाई. इसके लिए संजीव ने उनको ज्यादा रुपये देने की बात की. आरोपी उनकी बात मान गए. इसके बाद संजीव ने बदमाशों के चुंगल में रहते हुए अपने बेटे शुभम को फोन कर बताया कि घर पर इनकम टैक्स का छापा पड़ने वाला है. उससे पहले घर में रखे लगभग डेढ़ से 2 करोड़ रुपये नकद, सोने की ईंटें सब एक थैले में भरकर उनके भेजे गए दो व्यक्तियों को दे दे. संजीव का बेटा शुभम गर्ग अपने पिता के बताए गए व्यक्तियों को घर में रखे पैसे और सोने की 20 ईंट को दे दिया.
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