प्रयागराज: 2006 में वाराणसी सीरियल बल्साट दोषी आतंकी वलीउल्लाह ने जिला अदालत द्वारा सुनाई गई फांसी की सजा को शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी. यह अपील जिला कारागार डासना के जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने व्यक्तिगत अनुरोध के आधार पर हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को भेजी है.
छह जून को जिला एवं सत्र न्यायाधीश जितेंद्र कुमार सिन्हा की अदालत ने आतंकी वलीउल्लाह को फांसी की सजा सुनाई थी. साथ ही 4.05 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था. दोषी आतंकी वलीउल्लाह प्रयागराज जिले के फूलपुर स्थित नलकूप कालोनी का रहने वाला है.
वाराणसी में पहला बम धमाका सात मार्च 2006 को शाम 6.15 बजे संकटमोचन मंदिर में हुआ था. इसमें सात लोग मारे गए थे, जबकि 26 घायल हुए थे. उसी दिन 15 मिनट के बाद 6.30 बजे दशाश्वमेध घाट थानाक्षेत्र में, रेलवे फाटक की रेलिंग के पास कुकर बम मिला था. पुलिस की मुस्तैदी के चलते यहां विस्फोट नहीं हो पाया था.
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इसके पांच मिनट बाद 6.35 बजे कैंट रेलवे स्टेशन पर धमाका हुआ था. इसमें 11 लोग मारे गए थे और 50 लोग घायल हुए थे. तीनों मामलों में 18 लोगों की मौत हुई थी और 76 लोग घायल हुए थे. अदालत ने अभियोजन और बचाव पक्ष के अधिवक्ता की दलील सुनने के बाद लंका थानाक्षेत्र व दशाश्वमेध घाट थानाक्षेत्र में हुई बम धमाके की घटना के मामले में दोषी आतंकी वलीउल्लाह को हत्या, हत्या का प्रयास, अंग-भंग करने, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और आतंकी गतिविधि के आरोपों में फांसी की सजा सुनाई थी.
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