प्रयागराज: देश की तीनों सेना के प्रमुख रहे जनरल बिपिन रावत के नाम पर संगम नगरी प्रयागराज की एक मुख्य सड़क का नाम रखा जाएगा. प्रयागराज नगर निगम की बैठक में कांग्रेस नेता मुकुंद तिवारी ने प्रस्ताव दिया कि शहर की एक प्रमुख सड़क का नाम सीडीएस बिपिन रावत के नाम पर रखा जाए.
इस प्रस्ताव पर नगर निगम के सभी सदस्यों ने अपनी सहमति जतायी है. आने वाले दिनों में सदन से इस प्रस्ताव के पास होने के बाद शहर की एक सड़क का नाम जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा जाएगा. इसके साथ नगर निगम के सदन में जनरल बिपिन रावत की आत्मा की शांति के लिए मौन रखकर प्रार्थना की गयी.
प्रयागराज नगर निगम में कांग्रेस के नेता सदन मुकुंद तिवारी ने शनिवार को सदन की बैठक में अपनी तरफ से प्रस्ताव रखा. तमिलनाडु में हवाई हादसे में शहीद हुए जनरल बिपिन रावत व अन्य शहीद सैनिकों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखकर प्रार्थना की गयी. इसके बाद कांग्रेस के नेता सदन पार्षद मुकुंद तिवारी ने अपनी तरफ से प्रस्ताव को सदन में रखा.
उन्होंने सदन में लिखित प्रस्ताव दिया कि देश की तीनों सेना के प्रमुख रहे सीडीएस बिपिन रावत के नाम पर प्रयागराज की एक मुख्य सड़क का नामकरण किया जाए. कांग्रेस पार्षद के इस प्रस्ताव पर अन्य सदस्यों ने भी सहमति प्रदान कर दी. अब आने वाले दिनों में इस प्रस्ताव को सदन से पास कराकर एक चुनी गई सड़क का नाम जनरल विपिन रावत के नाम पर रखा जाएगा. इसके साथ ही शहर के एक चौराहे पर जनरल विपिन रावत की मूर्ति लगान का भी प्रस्ताव पास किया जा सकता है.
कुम्भ 2019 के आयोजन से पहले प्रयागराज में संगम किनारे स्थित किले में अक्षयवट को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिये खोल दिया गया था. अक्षयवट को आम आदमी के दर्शन के लिए खोलने की मांग सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनरल बिपिन रावत से की थी. इसके बाद कुम्भ से पहले तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बिपिन रावत भी प्रयागराज पहुंचे थे.
ये भी पढ़ें- PM मोदी ने बलरामपुर में चार दशक पुरानी सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का किया उद्घाटन
यहां पर उन्होंने अक्षयवट के साथ संगम का भी दर्शन किया था. संगम किनारे किले में अक्षयवट को आम आदमी के दर्शन के लिए खुलवाने में जनरल बिपिन रावत का अहम योगदान दिया था. यही वजह है कि सीडीएस बिपिन रावत के नाम पर शहर की एक सड़क का नाम रखे जाने का प्रस्ताव प्रयागराज नगर निगम में रखा गया. इस प्रस्ताव पर किसी सदस्य ने आपत्ति नहीं जतायी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप