प्रयागराज: भारतीय जनता पार्टी के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में पूर्व राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि प्रबुद्ध वर्ग सरकार और जनता के बीच की वो कड़ी है, जो दोनों को आपस में जोड़ने का काम करती है. इसीलिए भाजपा सरकार और जनता को जोड़ने के लिए इसका आयोजन करती है, जबकि दूसरे दल समाज को तोड़ने के लिए इस तरह के कार्यक्रम करते हैं.
मीडिया से रूबरू होते पूर्व राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी प्रयागराज के शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन हुआ. इसका उद्घाटन भाजपा के संगठन मंत्री सुनील बंसल और पूर्व राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के साथ कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी (Nand Gopal Nandi) ने संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम में शामिल पूर्व राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि प्रबुद्ध वर्ग का सम्मान करने की परंपरा सनातन धर्म में सदियों से चली आ रही है. प्रबुद्ध वर्ग में समाज के अलग-अलग वर्ग के लोग शामिल होते हैं और उनका सम्मान भाजपा इस कार्यक्रम में कर रही है.पूर्व राज्यपाल ने कहा कि प्रबुद्ध वर्ग सरकार के कार्यों और योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचाने का काम करने के साथ ही जनता के बीच की समस्याओं को भी सरकार तक पहुंचाने का काम करता है. इस तरह से प्रबुद्ध वर्ग के लोग सरकार और जनता के बीच की वो कड़ी माने जाते हैं, जिनसे सरकार अपनी उपलब्धियों को जनता तक पहुंचा सकती है. वहीं जनता की समस्याओं को भी इस वर्ग के लोग सरकार तक पहुंचाने का माध्यम हैं. कार्यक्रम में मौजूद संगठन मंत्री सुनील बंसल ने सभी से अपील की कि वो लोग सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों के साथ ही उपलब्धियों की जानकारी जनता तक पहुंचाएं.
प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में उपस्थित लोग भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने बसपा के प्रबुद्ध महिला विचार संगोष्ठी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मायावती के शासन काल में सबसे ज्यादा रेप की घटनाएं हुई थीं. बसपा प्रमुख मायावती के आसपास भी कोई महिला नहीं दिखती है. न ही उन्होंने कभी महिलाओं की शिक्षा सुरक्षा व सम्मान के लिए कोई भी कार्य किया. भाजपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में शामिल होने पहुंची रीता बहुगुणा जोशी ने बसपा के प्रबुद्ध वर्ग महिला विचार संगोष्ठी पर जमकर निशाना साधा.
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उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती को महिला विरोधी बताते हुए कहा कि उनके नजदीक भी कोई महिला नेता या कार्यकर्ता नहीं दिखती है, जो साबित करती है कि मायावती महिलाओं को आगे बढ़ता हुआ नहीं देख सकती हैं. यही नहीं बीजेपी सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि सबसे ज्यादा महिला हिंसा से जुड़ी वारदात उनके शासन काल में हुई थी, जो साबित करती हैं कि वो महिलाओं को लेकर बिल्कुल सवेदनशील नहीं हैं.